मॉड्यूल 11 - गतिविधि 1 : चिंतन बिंदु
विभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते हैं?
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विभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते हैं?
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
Deleteइसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रांत में स्थानीय लोगों को आपकी पड़ा एवम् समझ सकते है।
बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
Deleteaap ki baton se sahmat hun
DeleteBahut sahi hai
DeleteBahu bhasik hona sahi hai .yh ek shikshan kala hai.
Deleteविभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते है.
Deleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे।
Deleteत्रिभाषा सूत्र मैं भी इसी को आधार माना गया है।
बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
Deleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है इसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रान्त में स्थानीय लोगों को आप समझ सकते हैं
Deleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
Deleteविभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते है.
Deleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
Deleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
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Deleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
एक शिक्षक के लिए भाषा शिक्षण में बहुभाषिकता का होना बड़ी उपलब्धि है हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
Delete....विदित है,भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम है, भाषा से ही विचारों/भावनाओं को समझा जाता है, संसार में विभिन्न सम्प्रदाय व भाषाओं के बोलने वाले लोग हैं, इन्हें/उन्हें समझने के लिए उनकी भाषाएँ जानना जरूरी है, अतः बहुभाषिकता हमारे जीवन में उपयोगी संसाधन है।
Deleteकिसी भी देश कि भाषा उस देश का राजकीय ,सामाजिक,सांस्कृतिक और आर्थिक वारसा संरक्षित करणे के लिये महत्वपूर्ण होती है .भाषा प्रदेश मे एकसंधता लाने के लिये बहुत अहम भूमिका निभाती है .हमारी भावाभावानाओका आदानप्रदान भाषा से ही हम जादा पैमानेपर कर सकते है ,जिसको जादा भाषा आती है वह विश्व मे कही भी घूम सकताहै ,अपने व्यवसाय मे तरक्की कर सकता है.किसीभी समस्या का सामना कर सकता है.जिस देश कि भाषा समृद्ध हो वह देश दुसरे देशोन्के साथ अच्छा संबंध स्थापित करके अपनी रणनीती सफल कर सकता है .संसाधन के रूप मे भी भाषा का उपयोग हम कर सकते है जैसे कि जापान,चैना ,अमेरिका कर रहा है
DeleteBahu bhasik hona sahi hai yah ek shikshan kala hai aise bahu bhasik ko kisi bhi state me bhasik samsyao ka samna nahi karna padega
Deleteबहुभाषी बच्चों को न केवल कई अलग-अलग भाषाओं पर नियंत्रण होता है, बल्कि शैक्षिक रूप से वे अधिक रचनात्मक और सामाजिक रूप से अधिक सहिष्णु भी होते हैं ।
Delete
Deleteविभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते है.
Bahubhashi hona bhi ek shikshan Kala hai
Deleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। क्यों कि किसी भी प्रांत में जाने पर हमें भाषा की समस्या नहीं आएगी।
Deleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
DeleteKisi bhi baykti ko bahu bhasi hone se kisee bhee parant me use koi dikkat nahi hota hi.
DeleteMultilingualism is the identity of India because India is a country of divers languages.
ReplyDelete1.Teacher can use different languages to teach any topic or clear the doubts of students for any topic.
2. To make the teaching learning process more attentive and interesting teacher can use multilingualism strategy.
3. Activities of any subject can be organized in different languages and make interesting for students.
4. To enhance the interaction of students and teacher multilingualism can be used as a strategy.
in today's world its very important to know any languages because this paves the way to adjust youself in an alien province where you can understand the language and convey your thoughts easily and life becomes easy and comfortable .
ReplyDeleteहम सभी के लिए प्रशिक्षण बहुत ही उपयोगी है हमने इस से बहुत कुछ सीखा है और शिक्षकों की
ReplyDeleteagreed with you
DeleteLEARNING IS A LIFE LONG PROCESS
Deleteहम सभी ने निष्ठा प्रशिक्षण से बहुत कुछ सीखा है और सफल प्रयास जारी है
ReplyDeletejaise jaise kshisha bad rha hai ladke or ladkiyo me antar kam ho rha hai
Deleteनिष्ठा प्रशिक्षण से प्रभावी शिक्षण सफलतापूर्वक किया जा सकता है
ReplyDeleteबहुभाषि होना अच्छी बात है जिससे हम दूसरे लोगों के विचारों ,भावनाओं,सभ्यता_संस्कृतियो से अवगत होते हैं|
DeleteI am agree
Deleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDelete-India is a multilingual country, with every state having it's own special language, that shows the sensitivity of the community associated with it....
ReplyDelete-For a teacher its a great benefit to address issues related to local awareness via regional language , therefore they can easily relate to these issues and can communicate with the society .
-Specially conversing in regional language can lead to psychological attachment to homeland
-Teacher can converse in different languages to comfort the mentality of students regarding being proud and happy about their origin....
-Common people still in villages and even in urban areas prefer to talk in their regional language....so social bonds can be established leading to socially developing responsible youth...
-Awareness camps can be organized in schools where interaction with common people in different languages will be entertained regarding strong issues ....teachers can organize these camps.....
India is a multilingual country, with every state having it's own special language, that shows the sensitivity of the community associated with it....
Delete-For a teacher its a great benefit to address issues related to local awareness via regional language , therefore they can easily relate to these issues and can communicate with the society .
-Specially conversing in regional language can lead to psychological attachment to homeland
-Teacher can converse in different languages to comfort the mentality of students regarding being proud and happy about their origin....
-Common people still in villages and even in urban areas prefer to talk in their regional language....so social bonds can be established leading to socially developing responsible youth...
-Awareness camps can be organized in schools where interaction with common people in different languages will be entertained regarding strong issues ....teachers can organize these camps.
RAM SANEHI YADAV
UPS_ BANKATAVA,KLD,SKN.
Gvbmmm xzzzxxcvb
ReplyDeleteके महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक अनोखी प्रतिभा है। भाषाओं के ज्ञान के माध्यम से हम कहीं भी किसी भी प्रांत में आसानी से स्थानीय लोगों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें शिक्षित कर सकते हैं।
ReplyDeleteWithout proper training we cannot achieve our goals
ReplyDeleteहम सभी निष्ठा प्रशिक्षण से बहुत खुश हैं। ऐसा ऑनलाईन प्रशिक्षण पहले बार हो रहा है ।इस तरह के प्रशिक्षण प्रति वर्ष होना चाहिए । इस प्रशिक्षण से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है। जिससे हमे अपनी शालाओं में और प्रभावी ढंग से शिक्षा देने में मदद मिलेगी।
ReplyDeleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं। ये क्षेत्रीय भाषाएँ अनेकता में एकता एक अच्छा सूत्र है। PRAMOD KUMAR A.T.UPS CHANDAURA BLOCK-JANI (MEERUT)
Deleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं। ये क्षेत्रीय भाषाएँ अनेकता में एकता एक अच्छा सूत्र है। PRAMOD KUMAR A.T.UPS CHANDAURA BLOCK-JANI (MEERUT)
Deleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं। ये क्षेत्रीय भाषाएँ अनेकता में एकता एक अच्छा सूत्र है। PRAMOD KUMAR A.T.UPS CHANDAURA BLOCK-JANI (MEERUT)
Deleteबहुभाषी होने से हम अधिक लोगों से जुड़ सकते है
ReplyDeleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं।
ReplyDeleteबहुभाषी होना यह संबोधन करता है कि ऐसे व्यक्ति विभिन्न विचारों जैसे सामाजिक,आर्थिक, राजनीतिक, परिवारिक और भौगोलिक विषयों को जानने की इक्छुक होते है।
ReplyDeleteWe can connect with many people
ReplyDeleteबहुभाषी होना यह संबोधन करता है कि ऐसे व्यक्ति विभिन्न विचारों जैसे सामाजिक,आर्थिक, राजनीतिक, परिवारिक और भौगोलिक विषयों को जानने की इक्छुक होते है।
ReplyDeleteBeing multilingual is a huge achievement. Those who know many languages are considered employment oriented. Such multilinguals do not face linguistic problems in any province.
ReplyDeleteWe should be proud of our language.
Being a multilingual is a good for a student .It provides a large scale opportunity in every sector of life
ReplyDeleteBeing multilingual is a big achievement in itself.
ReplyDeleteThrough this, we can understand the local people anywhere and in any place or any place.
Being multilingual is a big achievement in it self
ReplyDeleteThrough this,we can understand the local people anywhere and in any place.
भाषा भी विज्ञान है । भाषा ज्ञान हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है भाषा के माध्यम से हम अपने परिवार एवं समाज से जुड़े रहते हैं। भाषा एक सेतु का कार्य करता है । जन्म से ही बच्चा भाषा के माध्यम से अपने परिवार एवं समाज से जुड़ा रहता है जब वह बड़ा होता है तो भाषा ही उसे अपने शिक्षकों एवं सहयोगी हो से जोड़े रखता है। बहुभाषिकता हमें एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र अर्थात देश के विभिन्न राज्य एवं विदेशों से भी भाषा रूपी सेतु के माध्यम से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है । बहुभाषी होने से हमें अनेक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में मददगार होता है । भाषा के माध्यम से हम जीवन को आनंद में बना सकते हैं । भाषा ही भारत को अनेकता में एकता बनाता है । भाषा के माध्यम से ही देश एवं विदेशों में नौकरी अथवा व्यवसाय करने में हमें अवसर मिलता है । बहुभाषी होना हमारे लिए वरदान है ।अतः अस्पष्ट है भाषा एक विज्ञान है जिसके माध्यम से हम अपने जीवन को सरस एवं आनंददाई बना सकते हैं ।
DeleteIt's my firm belief that a teacher should be multilingual. it not only helps in integrating a class but also plural culture and the teaching learning becomes more effective.
ReplyDeleteNishtha traning ki avdhardhanye bahut hi sateek h
ReplyDeleteIf any person known multilingual language then it is very easy for him to communicate with different community of people in different levels
ReplyDeleteBy Deepi Aneja
DeleteBahubhasik Hona yeh sambodhit karta h ki aise aadmi bahut saare vicharo jaise samajik, aarthik, bhaugolik vishyo ko janne ke ichchhuk h
ReplyDeleteIf a person know different language then he or she can easily relate with dufferent people and can understand them easily .
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।एक बहुभाषी व्यक्ति किसी भी स्थान पर आसानी से अपने आप को ढाल सकता है।
ReplyDeleteBahubhashi hona bahut badi baat h .
DeleteEk bahubhashi vyakti kisi bhi sthan per aasani se apne aap ko dhal sakta h
Aur bahut sare vyakit se jud sakta h
ICT(Information and Communication Technology) It is combination of technologies which provides the facility to communicate and share information using all the modes of communication using Multimedia.
ReplyDeleteBeing multilingual is a big advantage as a teacher because you can understand and communicate with your children.Local language helps in explaining tough concepts to children.
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDelete1. बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है ।
ReplyDelete2. अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है।
3. ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
बहुभाषाविद होना एक अलौकिक उपलब्धि हो।इससे सर्वत्र एवं सभी समाज मे घुलने मिलने मे सुविधा होती है ।खासकर शिक्षा के क्षेत्र मे तो अति उपयोगी है। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव साहब सत्रह भाषा के विद्वान थे और वे एक सफल प्रधानमंत्री
Deleteहुए।हम सभी को इसके लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
Being multi lingual is a huge achievement. Such people can go anywhere and make his communication easily and effective ly.As a teacher, one can give tasks in different languagesand will be interesting to students.
ReplyDeleteOf course, being multi lingual is a boon for a person.
ReplyDeleteYes off course , it will be beneficial in every manner
ReplyDeleteIn todays world its very important to know any languages because this paves the way to adjust youself in an alien province where you can understand the language and convey your thoughts easily and life becomes easy and comfortable.
ReplyDelete1.Teacher can use different languages to teach any topic or clear the doubts of students for any topic.
2. To make the teaching learning process more attentive and interesting teacher can use multilingualism strategy.
3. Activities of any subject can be organized in different languages and make interesting for students.
4. To enhance the interaction of students and teacher multilingualism can be used as a strategy.
ReplyDeleteबहुभाषिकता भाषा शिक्षण में एक शिक्षक के लिए संसाधन के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए । बच्चे एक से अधिक भाषाएं सीख सकते हैं। इसलिए बच्चों को भाषा सिखाने के अनेक अवसरों देने चाहिए।
DeleteGood communicator needs proficiency in his language. Knowing more languages makes one to be confident, versatile and well versed in his thoughts and feelings. It makes one to learn many things from other languages too.
ReplyDeleteYes, Multilingualism gives us lots of flexibility to express. One can be better equipped from different perspectives enhancing the ability to communicate in todays demanding situation.
ReplyDeleteKumari Ranju Devi. Bahubhasik होना ek bahut badi uplabdhi hai. Ek Bahubhasik aadmi kisi bhi rajya(state) maim aasani se rojgar kar sakta hai,Use bhasai samasya ka samna nhi karna prega
Deleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteBeing multilingual is a huge achievement. Those who know many languages are considered employment oriented. Such multilinguals do not face linguistic problems in any province.
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
ReplyDeleteइसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रांत में स्थानीय लोगों को आपकी पड़ा एवम् समझ सकते है।
बहुभाषाविद होना एक अलौकिक उपलब्धि हो।इससे सर्वत्र एवं सभी समाज मे घुलने मिलने मे सुविधा होती है ।खासकर शिक्षा के क्षेत्र मे तो अति उपयोगी है। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव साहब सत्रह भाषा के विद्वान थे और वे एक सफल प्रधानमंत्री
ReplyDeleteहुए।हम सभी को इसके लिए प्रयासरत रहना चाहिए।
बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteजी हाँ बहुभाशिकता शिक्षक के लिए एक बहुआयामी सन्साधन सिद्ध हो सकती है किन्तु इसके लिए स्वयम् शिक्षक का विभिन्न भाषाओं में पारंगत होना जरुरी है I यदि नहीं तो कम से कम स्थानीय भाषा तो आनी ही चाहिए
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है इसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रांत में स्थानीय लोगों को अपनी पीड़ा एवं बात समझा सकते हैं।
ReplyDeleteBahubhasikta sikhane sikhane ke liye ek sansadhan ke rup me sikshako lena chahiye ese rannitee bhi banane ki jarurat h taki bache bahubhasikta ke gyan ko apna kar rojgaromukhi bane ebam anay logo ka sabhayata sanskirti ki samajh bane
ReplyDeleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृति वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteबहुभाशिहिना एक उपलब्धि है विभिन्न क्षेत्रो में सामजस्य बैठना आसान होता है
ReplyDeleteबहुभाषिकता हमारी विशेषता है | इसे हम एक संसाधन के रूप में इस्तेमाल कर सकते है| इसके माध्यम से हम एक से अधुक भाषा ,संस्कृति,वेशभूषा ,व्यक्ति आदि से परिचित होते है |
ReplyDeleteहमारे देश की विभन्नता में एकता होना मुख्य विशेषता है। इसलिए बहुभाषी होना भी जरुरी है। इससे अन्य राज्यों में भाषा की समस्या का सामना न करना पड़े।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteत्रिभाषा सूत्र मैं भी इसी को आधार माना गया है। CHHAYA MALVIYA P/S PAIJANWARA CHHINDWARA parasia m.p.
बहुभाषी होना अपने आप में एक अनोखी प्रतिभा है। भाषाओं के ज्ञान के माध्यम से हम कहीं भी किसी भी प्रांत में आसानी से स्थानीय लोगों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें शिक्षित कर सकते हैं।
ReplyDeleteकोविड-19 के दौरान छात्रों के साथ संपर्क में रहने के लिए हमने ई लर्निंग का ही प्रयोग किया है व्हा।ग्रुप के माध्यम से हम लगातार बच्चों को कोविड-19 के विषय में जागरूक करते रहे हैं और अपने पाठ्यक्रम को भी आगे बढ़ाते रहे हैं।
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक अनोखी प्रतिभा है। भाषाओं के ज्ञान के माध्यम से हम कहीं भी किसी भी प्रांत में आसानी से स्थानीय लोगों से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें शिक्षित कर सकते हैं।
ReplyDeleteवाक्शक्ति मानव को दिया गया ईश्वर का वरदान है और भाषा इसका परिणाम है | एक शिशु अनायास मातृभाषा सीख लेता है| हर भाषा की अपनी आत्मा होती है | यही कारण है कि अपनी मातृभाषा में विचारों की अभिव्यक्ति सशक्त व पूर्ण होती है | किसी भी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में बहुभाषिकता को संसाधन बनाकर विषय को संप्रेषणीय बनाने में सफलता मिलेगी | बहुभाषिकता संपर्क स्थापित करने में सहायता तो करती ही है, साथ ही रोज़गार के अवसर भी सुलभ कराती है | बहुभाषिकता अपनी संस्कृति, परंपरा और भाषा के प्रति सम्मान भाव को बढ़ाती है और जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भाषा ही किसी संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने का सबसे सशक्त माध्यम है | बहुभाषिकता को संसाधन बनाकर अभिव्यक्ति को सरल बनाया जा सकता है |
ReplyDeleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteत्रिभाषा सूत्र मैं भी इसी को आधार माना गया है।
बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
ReplyDeleteइसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रांत में स्थानीय लोगों को आपकी पड़ा एवम् समझ सकते है।
बहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
ReplyDeleteइसके माध्यम से हम कहीं भी किसी भी जगह या किसी भी प्रांत में स्थानीय लोगों को आपकी पड़ा एवम् समझ सकते है।
भारत जैसे देश में जहां अनगिनत भाषाएं बोली जाती हैं ऐसे में बहुभाषी होना बहुत बड़ी उपलब्धि है ।इससे एक छात्र एक से अधिक भाषाएं सीखता है जो देश को जोड़ने में भी सहायक सिद्ध होती हैं। आज के छात्र ही कल के नागरिक होंगे ऐसे में अगर एक छात्र एक से अधिक भाषाओं का जानकार है तो वह राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एक शिक्षक होने के नाते मैं बहुभाषी शिक्षा को बहुत महत्वपूर्ण और देश के लिए आवश्यक मानती हूं।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता Iभारत जैसे देश में जहां अनगिनत भाषाएं बोली जाती हैं ऐसे में बहुभाषी होना बहुत बड़ी उपलब्धि है ।इससे एक छात्र एक से अधिक भाषाएं सीखता है जो देश को जोड़ने में भी सहायक सिद्ध होती हैं। आज के छात्र ही कल के नागरिक होंगे ऐसे में अगर एक छात्र एक से अधिक भाषाओं का जानकार है तो वह राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एक शिक्षक होने के नाते मैं बहुभाषी शिक्षा को बहुत महत्वपूर्ण और देश के लिए आवश्यक मानता हूं।
ReplyDeleteबहु भाषावाद एक शिक्षक को संसाधन के रूप में उपयोग करना चाहिए , जिससे बच्चे एक से अधिक भाषा सिखा सकें साथ ही साथ बच्चों को भाषा सिखाने के विभिन्न अवसर देने चाहिए।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I Iभारत जैसे देश में जहां अनगिनत भाषाएं बोली जाती हैं ऐसे में बहुभाषी होना बहुत बड़ी उपलब्धि है ।इससे एक छात्र एक से अधिक भाषाएं सीखता है जो देश को जोड़ने में भी सहायक सिद्ध होती हैं। आज के छात्र ही कल के नागरिक होंगे ऐसे में अगर एक छात्र एक से अधिक भाषाओं का जानकार है तो वह राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एक शिक्षक होने के नाते मैं बहुभाषी शिक्षा को बहुत महत्वपूर्ण और देश के लिए आवश्यक मानती हूंँ।
ReplyDeleteबहु भाषावाद एक शिक्षक को संसाधन के रूप में उपयोग करना चाहिए , जिससे बच्चे एक से अधिक भाषा सिखा सकें साथ ही साथ बच्चों को भाषा सिखाने के विभिन्न अवसर देने चाहिए।बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I Iभारत जैसे देश में जहां अनगिनत भाषाएं बोली जाती हैं ऐसे में बहुभाषी होना बहुत बड़ी उपलब्धि है ।इससे एक छात्र एक से अधिक भाषाएं सीखता है जो देश को जोड़ने में भी सहायक सिद्ध होती हैं। आज के छात्र ही कल के नागरिक होंगे ऐसे में अगर एक छात्र एक से अधिक भाषाओं का जानकार है तो वह राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एक शिक्षक होने के नाते मैं बहुभाषी शिक्षा को बहुत महत्वपूर्ण और देश के लिए आवश्यक मानता हूंँ।
ReplyDeleteबहुभाषाकिता होना एक बहुत बडी उपलब्धि है,जिसे वह एक संसाधन के तौर पर उपयोग कर छात्रों के सर्वांगीण विकास में योगदान कर सकता है।
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ReplyDeleteअगर किसी बच्चे के घर पर देहाती( घरेलू भाषा) बोली जाती है। स्कूल में होने वाली पढ़ाई इंग्लिश और हिंदी में होती है तो बच्चे के लिए स्कूल में समायोजन करना काफी मुश्किल होगा अगर उसको अपनी भाषा में बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा। उदाहरण के लिए अगर किसी बच्चे के घर में गुजराती, मराठी या हिंदी बोली जाती है और स्कूल में पढ़ाई का माध्यम इंग्लिश है तो ऐसे में बच्चा एक से अधिक भाषाओं के संपर्क में आता है। धीरे-धीरे उसमें कुशलता का एक स्तर हासिल करता है। एक से अधिक भाषाओं के प्रति सम्मान का भाव और मूलतः एक से अधिक भाषाओं के इस्तेमाल के विचार को स्वीकार करना और उसे रोजमर्रा के जीवन में स्थान देना ही, सही मायने में बहुभाषिकता है।
बहुभाषिकता एक उपलब्धि के रूप में है भारत एक बहुभाषिक देश है यह इसके लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है एक से अधिक भाषा जानने वाले लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बहुभाषिकता मील का पत्थर साबित होती है
ReplyDeleteबहुभाषाकिता होना एक बहुत अच्छी ही बात है छात्रों के लिए एक अच्छी प्रेरणा दायी है इसीलिए स्कूल मे बहुभाषिकता होना जरुरी है उसे बच्चे एक से जादा भाषा सिख सकते है
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteत्रिभाषा सूत्र मैं भी इसी को आधार माना गया है।
बहुभाषिकता मातृभाषा के बाद चरणबद्ध क्रम से अर्जित भाषा विषयक ज्ञान का संगम है। प्राय: विद्यालयों में विभिन्न भाषा -भाषी क्षेत्रों के छात्र एक साथ अध्ययन करते हैं।जिनके परस्पर संप्रेषण से कुछ भाषाओ का अधिगम हो जाता है। तत्पश्चात द्वितीय भाषा, तृतीय भाषा आदि के माध्यम से हम भाषा ज्ञान की वृद्धि करते हैं। जो भाषा प्रेम के साथ समाज के हर क्षेत्र में प्रभावी ढंग से अपना कार्य करने तथा आपसी सौहार्द्र कायम रखने में मदद करती है
ReplyDeleteडॉ ० बी पी मिश्र
डीपीएस विंध्यनगर सिंगरौली मध्य प्रदेश
बहु भाषी होना अच्छी बात है, जो हमें दूसरों से अलग बनाती है👍👍
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि हैं।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है ।
ReplyDeleteBahubhashi Hona apneaap me bahut Bari upalabdhi hai. Bahu bhashi ki samajh rakhane wale Kisi bhi prant me jakar samasya me Nahi parte hai kyoki unko wahan ki bhasha ke bare me jankari hai.
ReplyDeleteबहुभाषिकता एक संसाधन के रूप में भाषा अध्यापक की मदद कर सकती है। एक ही वस्तु के प्रत्येक भाषा में अलगअलग शब्द हो सकते हैं। इससे बच्चों के शब्दभंडार में वृद्धि होगी व दूसरे बच्चों के सांस्कृतिक परिवेश से भी वे अवगत हो पाएंगे। वाक्य निर्माण की मूलभूत इकाइयों के आधार पर वे निष्कर्ष निकाला पाएँगे।
ReplyDeleteनेहा,मध्योत्तर अंडमान
ReplyDeleteबहुभाषिकता भाषा -शिक्षण में शिक्षक और विद्यार्थी को रोचक तरीके से जोड़ती है,जहां वे दोनों एक दूसरे से कुछ नया सीखने की स्थिति में रहते हैं।
बहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteत्रिभाषा सूत्र में भी इसी को आधार माना गया है।
बहुभाषिकता एक संसाधन के रूप में भाषा अध्यापक की मदद कर सकती है। एक ही वस्तु के प्रत्येक भाषा में अलगअलग शब्द हो सकते हैं। इससे बच्चों के शब्दभंडार में वृद्धि होगी व दूसरे बच्चों के सांस्कृतिक परिवेश से भी वे अवगत हो पाएंगे। वाक्य निर्माण की मूलभूत इकाइयों के आधार पर वे निष्कर्ष निकाला पाएँगे।
ReplyDeleteनाम संध्या रघुवंशी प्राथमिक शिक्षक एकीकृत शाला माध्यमिक विद्यालय एनएफएल जिला गुना
ReplyDeleteमध्य प्रदेश
एक शिक्षक होने के नाते भाषा में बहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। बहुभाषी के माध्यम से हमें कहीं भी किसी भी जगह या किसी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता, एक से अधिक भाषाएं जानना मेधावी होते हैं, हमारे बच्चों को अन्य भाषा का ज्ञान उनकी रोजगार ,ज्ञान,और नौकरी के अफसरों को भी बढ़ाता है ।इस तरह से हमारे बच्चे देश विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे। । भारत एक बहुभाषा, बहुभाषी और बहु संस्कृति वाला देश है यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है ।इस प्रशिक्षण से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला है इस तरह का प्रशिक्षण प्रतिवर्ष होना चाहिए हम निष्ठा प्रशिक्षण के बहुत आभारी हैं जिससे हमें अपनी शालाओं में और अपने व्यक्तिगत सामाजिक जीवन को और प्रभावी ढंग से शिक्षा शिक्षित एवं ज्ञान पाने और देने में मदद मिलेगी ।धन्यवाद
बहु भाषी होने से शिक्षण कार्य में बहुत सहयोग मिलता है । बच्चे किसी तथ्य को विभिन्न भाषाओ में सीखते है।
ReplyDeleteइस देश की यह खूबसूरती है कि यहाँ अनेक भाषाएँ बोली,पढ़ी,समझी जाती हैं,हमारे पाठ्यक्रमों में विदेशी भाषाओं को भी शामिल किया गया है ।मेरा मानना है कि प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा को बढ़ावा देना चाहिए साथ ही अन्य भाषाओं की भी जानकारी देने में कोई दोष नहीं।अनेक भाषाओं का ज्ञान रोजगार में सहायक होने के साथ-साथ देश-विदेश की सभ्यता संस्कृति और नवीनतम ज्ञान-विज्ञान से हमें परिचित भी अत्यंत लाभप्रद है ।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है वर्तमान समय में लगभग सभी को किसी ना किसी शहर प्रांत में रोजगार के लिए जाना पड़ता है वहां रहना पड़ता है बहुभाषी को किसी भी प्रांत में शहर में भाषिक फ्री समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है वहां की संस्कृति और लोगों से जल्दी परिचित हो जाता है भाषा एक दूसरे से मिलने जुलने का बहुत बड़ा साधन है
ReplyDeleteबहुभाषिकता वाली कक्षा में शिक्षक को बच्चों द्वारा बोली जाने वाली मातृभाषा के लिए सम्मान और समझ होनी चाहिए।भाषा की विविधता के अनुसार बच्चो को उनकी अपनी भाषा में सीखने के सहज और सुलभ अवसर प्रदान करना चाहिए l
ReplyDeleteबहुभाषिकता वाली कक्षा में शिक्षक को बच्चों द्वारा बोली जाने वाली मातृभाषा के लिए सम्मान और समझ होनी चाहिए।भाषा की विविधता के अनुसार बच्चो को उनकी अपनी भाषा में सीखने के सहज और सुलभ अवसर प्रदान करना चाहिए l
ReplyDeleteIt is an art of living with Multilanguage to connect with each other and share own views effectively as per others need.
ReplyDeleteMultilingual knowledge is must to become more informative at present time.
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया है
ReplyDeleteBahubhashi Hamari sarva vyapakta ko yatharth roop deta hai.
DeleteStrongly agree with the points given in the description.
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteReally good and true
ReplyDeleteKnowledge of multilanguage is very important for students in advancing their development.
ReplyDeleteoffcourse it is very benificial to us
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक उपलब्धि की बात है किसी भी छात्र छात्राओं को जब हम बहुभाषी ज्ञान देते हैं आज की शिक्षा प्रणाली में बहुभाषी ज्ञान में 3 भाषाओं को सिखाया जाता है जिसमें प्रथम भाषा द्वितीय भाषा एवं तृतीय भाषा प्रथम भाषा के रूप में मातृभाषा होती है तथा द्वितीय भाषा के रूप में इंग्लिश एवं तृतीय भाषा के रूप में कोई भी अन्य भाषाएं हो सकती हैं इस प्रकार हम बच्चों को कोई एक सेंटेंस दें और वह सेंटेंस तीनों भाषाओं में उसे अनुवाद करने को कहें तो बच्चा उसे भली-भांति समझेगा
ReplyDeleteकक्षा का परिवेश बहुभाषिक होना अपने आप में एक संसाधन है। बच्चे के परिवार और पास- पड़ोस की भाषा उसे अवधारणाओं को समझने में तथा कक्षा की औपचारिक भाषा तक पहुंच बनाने में मदद करती है। एक शिक्षक अपने शिक्षण रणनीति में बच्चे की मातृभाषा का उपयोग कर उसे अन्य भाषा सीखने में मदद कर सकते हैं।बहुभाषिक परिवेश में पला- बढ़ा बच्चा भाषायी समृद्ध बनता है और अपने अनुभवों की अभिव्यक्ति में निपुण बनता है। यही कारण है कि विभिन्न शैक्षिक दस्तावेजों और नीतियों में बहुभाषा प्रयोग को महत्त्व दिया गया है।
ReplyDeleteबहुभाषी होने से शिक्षक हर वर्ग के हर प्रान्त के बच्चों से जुड़ सकते है।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता
ReplyDeleteबहुभाषिकता बहुत बडी उपलब्धि है । बहुभाषिक ब्यक्ति रोजगार के लिए मोहताज नहीं होता तथा कहीं भी जाने पर बेचारों के आदान प्रदान में सहूलियत होती है अतःयह संसाधन होता है ।
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जितनी अधिक भाषाओं का ज्ञान होगा तथ्यों को समझने समझाने मैं सक्षम हो पाएंगे। हम अधिक से अधिक लोगों से जुड़ भी सकते हैं। रोजगार के भी अवसर बढ़ जाते हैं।
ReplyDeleteएक शिक्षक के रुप में शिक्षक को बहुभाषिक होना अच्छी बात हे ।इससे भाषिक समस्याओ का हल होता है ।त्रिभाषा सूत्र मे यही बात है ।अतः हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रुप मे उपयोग कर सकते है ।
ReplyDeleteरामगोपाल पटले सहायक शिक्षक नैनपुर कस्तूरबा कन्या मा शाला। बहुभाषा का ज्ञान निश्चित रूप से हमारे लिए जीवन में उपयोगी है क्योंकि हमारा देश बहुभाषी है और यहां की कला, संस्कृति, त्यौहार साहित्य को समझने के लिए हमें एक से अधिक भाषाओं का ज्ञान होना नितांत आवश्यक है।हम जितनी ज्यादा भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करेंगे वह हमारे बौद्धिक, साहित्य यिक सामाजिक इतिहासिक राजनीतिक आर्थिक ज्ञान को विकसित करने में हमारी मदद करने में सहायक होती है।
ReplyDeleteबहुभाषिकता अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धी है इसके माध्यम से हम सरलतापूर्वक किसी भी स्थान, राज्य या देश में निर्वहन कर सकते हैं।
ReplyDeleteMultilingualism is very important , it's important for cognitive development and for faster learning , there are few studies suggesting that children with parents of different mother tongue were deemed to be quick learners compared to parents with same mother tongue .It's also help us to learn different aspects and different percepectives of things and we can learn many things , which cannot know simply by learning one language
ReplyDeleteबहुभाषी होने के बहुत लाभ है यदि छात्रों को मातृभाषा के अलावा अन्य और कई भाषाओं को सीखने के लिए प्रेरित करते हैं तो छात्र अनेक भाषाओं का उपयोग करके अपने जीवन में अधिक से अधिक प्रांत देश विदेश के लोगों को समझ सकेंगे उनके विचारों को आदान-प्रदान कर सकेंगे एवं भाषा के माध्यम से अच्छे से अच्छा रोजगार भी प्राप्त कर सकेगे।
ReplyDeleteMujhe yaha pasand aya isme bahot achhi bate sikha sakte
ReplyDeleteBachho ko bahot achhi bate sikhane ko milti he
Sharmila Ninama
ReplyDeleteMuje yaha bahot achhaa laga iaki sahayata bachhee bahoot sari achhi bate sikhate he
कक्षा का परिवेश बहुभाषिक होना अपने आप में एक संसाधन है। बच्चे के परिवार और पास- पड़ोस की भाषा उसे अवधारणाओं को समझने में तथा कक्षा की औपचारिक भाषा तक पहुंच बनाने में मदद करती है। एक शिक्षक अपने शिक्षण रणनीति में बच्चे की मातृभाषा का उपयोग कर उसे अन्य भाषा सीखने में मदद कर सकते हैं।बहुभाषिक परिवेश में पला- बढ़ा बच्चा भाषायी समृद्ध बनता है और अपने अनुभवों की अभिव्यक्ति में निपुण बनता है। यही कारण है कि विभिन्न शैक्षिक दस्तावेजों और नीतियों में बहुभाषा प्रयोग को महत्त्व दिया गया है।
ReplyDeleteएक शिक्षक के रूप में हमारे विचार यह है कि हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
ReplyDeleteविभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते है.
ReplyDeleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है।
ReplyDeleteबहुभाषी व्यक्ति किसी भी प्रांत में अपने विचारों का आदान प्रदान आसानी से कर सकता है। वह भाषा के साथ साथ वहां की संस्कृति, सभ्यता आदि चीजों से भी परिचित होता है और अपने शिक्षण प्रक्रिया में सफलता प्राप्त कर सकता है। बहुभाषी होना अपने आप में एक उपलब्धि है।
ReplyDeleteबहुभाषी का अर्थ ही है बहुत सी भाषाएं, हमारा देश भारत अनेकता में एकता लिए ऐसा ही बहुभाषी देश है जहां अलग अलग प्रदेशों की अलग अलग भाषाएं हैं। बहुभाषी होने से हमारा ज्ञान का सृजन होने के साथ साथ हमे दूसरे प्रदेशों में भाषा की समस्या भी नहीं आएगी। हम अपने पाठ्यक्रम में भी एक अन्य भाषा को जोड़ना चाहिए, केवल सीखने और ज्ञानार्जित करने के लिए। हो सके तो हमारी ट्रेनिंग में भी इसका समावेश ही सकता है
ReplyDeleteभाषा मानव जीवन की प्रथम णूलभूत आवश्यकता है ।बहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteविभिन्न दस्तावेजों और नीतियों ने बहुभाषिकता के महत्व पर प्रकाश डाला है। एक शिक्षक के रूप में बहुभाषिकता के संबंध में आपके विचार क्या हैं। क्या हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते है
ReplyDeleteबहुभाषावाद शिक्षक व छात्रों के सीखने के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। शिक्षक भाषा को सीखने व सिखाने में सहायक है । वह इनमें व्यापक असर डाल सकता है ।
ReplyDeleteभाषा LSRW इन 4 कौशलों के द्वारा सीखी जाती है,द्विभाषी/भूभाषिहोना एक विशेष प्रतिभा है समाज में इनका विशिष्ट स्थान होता है,।
ReplyDeleteबहुभाषी केवल देश/प्रदेश ही नहीं अन्य साहित्य/संस्कृति को जानने में सक्षम होही हैं,
बहु भाषा ज्ञान से जोजगर के नए अवसरों का भी सृजन हो सकता है।
Knowledge of multi language is very important for student in advantage their development. Multilanguage is an art of living and connect with each other and share own views effectively as per others needs.
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I त्रिभाषा सूत्र मे भी इस बात का खयाल रखा गया
ReplyDeleteबहुभाषी होना शिक्षक के लिए बहुत बड़ी बात है इस कौशल से बच्चों को बहुत सारे भाषा में ज्ञान दिया जा सकता है
ReplyDeleteकक्षा का परिवेश बहुभाषिक होना अपने आप में एक संसाधन है। बच्चे के परिवार और पास- पड़ोस की भाषा उसे अवधारणाओं को समझने में तथा कक्षा की औपचारिक भाषा तक पहुंच बनाने में मदद करती है। एक शिक्षक अपने शिक्षण रणनीति में बच्चे की मातृभाषा का उपयोग कर उसे अन्य भाषा सीखने में मदद कर सकते हैं।बहुभाषिक परिवेश में पला- बढ़ा बच्चा भाषायी समृद्ध बनता है और अपने अनुभवों की अभिव्यक्ति में निपुण बनता है। यही कारण है कि विभिन्न शैक्षिक दस्तावेजों और नीतियों में बहुभाषा प्रयोग को महत्त्व दिया गया है।
ReplyDeleteबहुभाषिकता के द्वारा शिक्षण और भी सुगम और अच्छा होता है,अनेकता में एकता हिंद की विशेषता,अनेक भाषाओं के शब्दों के माध्यम से विषय रूचिकर होना।
ReplyDeleteबहुभाषिकता कक्षा शिक्षण को रोचक और ज्ञानवर्धक बना देती है, अनेकता में एकता हिंद की विशेषता ।अनेक भाषाओं के शब्दों से बच्चों को सिखने में आनंद आता है।
ReplyDeleteआज के युग में बहुभाषी होना बहुत जरूरी है।अनेक प्रकार के भाषाओं को जानने से किसी भी प्रांत में भाषा की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ReplyDeleteबहुभाषी होने से हमें बहुत लाभ है। इससे हैम दूसरे इलाके में जाकर भी वहां के लोगों से बात कर सकते है।
DeleteBahubhashi Hona Ek bahut badi uplabdhi hai vyakti Kahin Bhi Jaaye use Bhasha Ki samasya Nahin Hoti Hai Aise log bahumukhi Pratibha ke Dhani Hote Hain.
ReplyDeleteबहुभाषी होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है । अनेक भाषाओं को जानने वालों को रोजगारोन्मुख माना जाता है। ऐसे बहुभाषियों को किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता I
ReplyDeleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं।
ReplyDeleteThis is a perfect concept .
Deleteबहुभाषी होने से किसी भी क्षेत्र से स्वयं को जोड़ सकते हैं I
ReplyDeleteबहुभाषी होने से किसी भी क्षेत्र से स्वयं को जोड़ सकते हैं I
ReplyDeleteबहुभाषिकता कक्षा शिक्षण को रोचक और ज्ञानवर्धक बना देती हैं, अनेकता में एकता हिंद की विशेषता।अनेक भाषा के शब्दों से बच्चों को भाषा में आनंद अनुभव होता है वह अपनी बात को अपनी मातृभाषा में भी बोल सकतें हैं।
ReplyDeleteबहुभाषिकता भाषा शिक्षण में एक शिक्षक के लिए संसाधन के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए । बच्चे एक से अधिक भाषाएं सीख सकते हैं। इसलिए बच्चों को भाषा सिखाने के अनेक अवसरों देने चाहिए।
ReplyDeleteभाषा एक सेतु का कार्य करती है । जन्म से ही बच्चा भाषा के माध्यम से अपने परिवार एवं समाज से जुड़ा रहता है जब वह बड़ा होता है तो भाषा ही उसे अपने शिक्षकों एवं सहयोगी से जोड़ती है।हमें एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र अर्थात देश के विभिन्न राज्य एवं विदेशों से भी भाषा रूपी सेतु के माध्यम से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है । बहुभाषी होने से हमें अनेक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है
ReplyDeleteएक शिक्षक के लिए भाषा शिक्षण में बहुभाषिकता का होना बड़ी उपलब्धि है हम इसे एक संसाधन और एक रणनीति के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
ReplyDeleteभाषा हमें एक दुसरे से जोड़ने वाली है यदि हमें विभिन्न भाषाओं का ज्ञान हैं तो हम एक दूसरे से जल्दी जुड़ सकते हैं ब एक ही कक्षा में पढ़ने वाले बिबिध भाषी विद्यार्थियों से जल्दी ही सामंजस्य बैठा सकते हैं, ब उनकी अवश्यकता को समझने ब पूरा करने में अच्छी तरह सामंस्यपूर्ण कक्षा का माहौल बना सकते हैं
ReplyDeleteMulti
ReplyDeleteबहुभाषी होना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसके माध्यम से हमें कहीं भी किसी भी प्रांत में भाषिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। तथा हम तथ्यों को समझने और समझाने में सक्षम हो पाएंगे।
ReplyDeleteभारत एक बहुभाषा-बहुभाषी और बहुसंस्कृती वाला देश है और यही विशेषता उसे दुनिया में एक विशिष्ट और उदार राष्ट्र बनाती है। एक से अधिक भाषाएं बोलने से हमारा दिमाग ऊर्जावान बना रहता है। एक से अधिक भाषाएं जानने वाले मेघावी होते हैं। वैश्वीकरण के इस दौड़ में भारतीय भाषाओं के अलावा विश्व की अन्य भाषा का ज्ञान उन्हें और भी समृद्ध बनाता है। ये उनके ज्ञान और नौकरी के अवसरों को भी बढ़ाता है। इस तरह से हमारे बच्चे देश-विदेश की गतिविधि व कार्यप्रणाली से परिचित हो सकेंगे व शैक्षणिक सुधार ला सकते हैं। ये क्षेत्रीय भाषाएँ अनेकता में एकता एक अच्छा सूत्र है।
ReplyDeleteKnowledge of multilanguages is important quality of human beings. We interact to different states of people. It is very useful in teaching of subjects to different people and students. We can go all over world and interact to different people and students.
ReplyDeleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
ReplyDeleteएक शिक्षक के लिए भाषा शिक्षण में बहुभाषिकता का होना बडी उपलब्धि है हम इसे एक ससाधन और एक रणनीति के रुप में उपयोग कर सकते हैं
ReplyDeleteBahu bhashi hona ye bahut hi achha hai
ReplyDeleteKisi teacher ko Bahu bhashi uski ek achhi kla hai.
Sahi hai
ReplyDeleteशिक्षक के लिए बहुभाषी होना अपने आप में बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि विद्यालय में अनेकों परिवेश से बच्चे आते हैं जिनकी भाषाएं अलग अलग हो सकती है अतः उन्हें समझने में हमें मदद मिलेगी और हम इसका उपयोग संसाधन के रूप में कर सकते हैं और आजीविका का महत्वपूर्ण साधन भी बना सकते हैं
ReplyDeleteशिक्षण मे बहुभाषिकता बहुत आवश्यक है...
ReplyDeleteBahut bhashi hona ek achchhi baat hai. Jisse out come learning mein sahaayata milti hai.
ReplyDeleteBeing a multilingual is a big advantage as a teacher he can understand and communicate with children effectively. off course, being multilingual is a boon for a person.
ReplyDeleteBahubhashikta Ek bahut upyogi Kaushal hai jo Hamen vibhinn bhashaon ko Samajh Kar use Kshetra Mein apna Apna yogdan dene Mein madad Karenge
ReplyDeleteभाषा के क्षेत्र में बहुभाषिकता का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है बहुभाषिकता के माध्यम से हम देश के किसी भी प्रांत में किसी भी क्षेत्र में किसी की बातों को समझ सकते हैं और अपनी बात उन सब तक रख सकते हैं और बहुभाषिकता को हम एक संसाधन के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं।
ReplyDeleteभारत व भारतीयता के दृष्टिकोण से बहुभाषिकता का महत्व अत्यधिक है क्योंकि यहाँ हर प्रांत की अपनी अलग भाषा व बोली है जो इसे एकता में अनेकता का गुण प्रदान करती है। हर भारतीय अपने आप मे बहुभाषी है क्योंकि वह अपनी क्षेत्रीय बोली व परिनिष्ठित भाषा का उपयोग करना जानता है। जैसे- मैथिली बोली के साथ मिथिलावासी खड़ीबोली (हिंदी) का भी उपयोग करते हैं और अंग्रेजी भी ।
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