मॉड्यूल 10 - गतिविधि 6: विचार करें
एक ऐसी गतिविधि के बारे में सोचें, जहाँ किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है। अपने विचार को साझा करें कि सर्वेक्षण कैसे उस विशेष विषय की समझ को बढ़ाता है
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In Science mobile videos can be used to teach & to do the numericals for class 9 eg mole concept numericals
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Deleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
Tatkalin parivesh , abhilekh , chitra ,samajik ,rajnetik, arthik paristithi ,avdharnaye adi ko base mankr
DeleteTatkalin parivesh , abhilekh , chitra ,samajik ,rajnetik, arthik paristithi ,avdharnaye adi ko base mankr
DeleteHamare aas pas tamam aisi vastuye hai jinke bare m btane k liye paper ki jarurat hoti hai
Deleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
Deleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
Deleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
Deleteतत्कालीन परिवेश, अभिलेख, चित्र, सामाजिक, राजनैतिक, आर्थिक, परिस्थितियां, अवधारणा, आदि को आधार मानकर...।
Deleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
Deleteनोटबुक बनाना बहुत जरूरी होता है । चाहे कोई भी विषय हो। नोटबुक बनाने से बच्चों में स्थाई समझ विकसित होती है।
DeleteRam Naresh assistant teacher UPS Ghoghreki
नोटबुक बनाना बहुत जरूरी होता है । चाहे कोई भी विषय हो। नोटबुक बनाने से बच्चों में स्थाई समझ विकसित होती है।
DeleteRam Naresh assistant teacher UPS Ghoghreki
नोटबुक बना कर तथ्यों को इकठ्ठा कर तत्कालीन इतिहास को रुचिकर बनाकर ********।
Deleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
Deleteनोटबुक बनाकर तथ्यों को एकत्रित कर इतिहास को रुचिकर बनाना
Deleteनोटबुक बनाकर तथ्यों को एकत्रित कर इतिहास को रुचिकर बनाना
Deleteवर्तमान परिवेश, अभिलेख, चित्र, आर्थिक परिस्थितियों को आधार मानकर ।
Deleteचित्रों को बच्चे से ही संग्राहि कराकर उस चित्र पर बच्चे की जो जानकारी हो उसे साझा करे
Deleteकिसी विषय को सीखने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण में का उपयोग विभिन्न के चित्र और उन पर चर्चा करने में ऐतिहासिक इमारतों केचित्र आदि पर चर्चा करने में किया जा सकता है |
Deleteकिसी विषय को सीखने और सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग विभिन्न आजीविकाओ के चित्र पर चर्चा कराने जैसे गतिविधि करा कर किया जा सकता है।
Deleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर।
Deleteकिसी विषय को सीखने और सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग विभिन्न आजीविकाओ के चित्र पर चर्चा कराने जैसे गतिविधि करा कर किया जा सकता है।
Deleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
Deleteकिसी विषय को सिखाना/ सीखने के लिए सर्वेक्षण पद्वति या मिनी नोटबुक आधारित सर्वेक्षण के लिए विद्यार्थियों को अलग अलग तरह का काम करने वाले व्यक्ति से मिलने के लिए कहा जाएगा बच्चों को उनके माता-पिता के कार्य का क्या स्वरूप है इसके बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
Deleteकिसी विषय को सिखाना/ सीखने के लिए सर्वेक्षण पद्वति या मिनी नोटबुक आधारित सर्वेक्षण के लिए विद्यार्थियों को अलग अलग तरह का काम करने वाले व्यक्ति से मिलने के लिए कहा जाएगा बच्चों को उनके माता-पिता के कार्य का क्या स्वरूप है इसके बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
Deleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधारणाएँ आदि को आधार मानकर .... ।
DeleteArt hi aisi activity hai jisme kids jyada active hokar kam karte hain
Deleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
Deleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
Deleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
Deleteज़मीर उददीन
Deleteविद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
Deleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
DeleteVartmaan prevesh parivarik isthiti vidhyalya probesh orshicchatri ki shoch per aadharit gtividhi kraker shikhaya ja sekta h
Deleteसामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों में से किसी एक अवधारणा से संबंधित गतिविधि का चयन कर बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।उनके द्वारा इकठ्ठा किए गए आंकड़ों का विवरण तैयार कर प्रदर्शित किया जाए।
Delete
Deleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
Deleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है cs singh k.nagar
तत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
DeleteRohit Vishwakarma When we use notebook for teaching or learning any subject/topic then we come to know the status of thinking and learning outcomes obtained by the students
Deleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
ReplyDeleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
Deleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
Deleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
DeleteArt hi aisi gatvidhi hai jo bina note book ke possible nahi h chahe mitti ki ho ya kisi ar vastu ki drafting ke lye note book imp.hai...
DeleteArt hi aisi gatividhi h Jo Vina note book ke posibal Nahi h chahe ho Mitti Ki ho ya Kisi or bastu Ki drafting ke lite note book jaroori h
ReplyDeleteArt hi aisi activities hai jisme kids jyada active hokar sikhte hain
Deleteकिसी भी जानकारी को स्थाई रूप से याद करने हेतु नोटबुक की बहुत आवश्यकता होती है इससे हम किसी भी विषय के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं इसके अतिरिक्त नोटबुक से हम शिक्षार्थी की सोच एवं उसके अंदर अपेक्षित दक्षता के विकास की जानकारी भी प्राप्त होती है
Deleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteNotebooks will give you opportunities to extend what you have done in past to increase the engagement ,participation,understanding and performance of your students.
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ReplyDeleteArt is an activity which need notebook to increase the imagination
ReplyDeleteनोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteActivity like art which need notebook to increase the imagination of every student.
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
DeleteYes, agree with this
ReplyDeleteकिसी भी विषय पर प्राप्त ज्ञान को लम्बे समय तक याद रखने हेतू नोट्बूक बहुत आवश्यक होती है इससे हम अपने आपको उस विषय के मजबुत कर सकते है।
DeleteRight
Deleteकिसी भी विषय पर प्राप्त ज्ञान को लम्बे समय तक याद रखने हेतू नोट्बूक बहुत आवश्यक होती है इससे हम अपने आपको उस विषय के मजबुत कर सकते है।
DeleteYes
ReplyDeleteनोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteनोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteArt hi aisi activities h jisme bachche jada active hokr sikhte h
ReplyDeleteनोट बुक की महत्ता वैसी ही है जैसे किसी के फोन नंबर लिखने के लिए कागज की खोज अतः नोट बुक का होना जरूरी है। |
ReplyDeleteNotebook survey can be used to study the local culture, food, language, festivals, clothings etc.of any place.
ReplyDeleteNote books have their own importance, no matter what the subject is. A child pens down imagination in the form of drawing or poem . Some children find it easier to express themselves through writing. Notebooks cannot be replaced with any gadgets.
ReplyDeleteलेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया जा सकता |
ReplyDeleteबारिश की बूदें मेभीगने काएहसास और पकौड़ों खाने मजा
ReplyDeleteबारिश की बुन्दो मे भीगने का अलग ही मजा है और ऐसे मौसम मे संगीत का मजा जैसे की मेम बता रहे थे।
DeleteOpen note book quiz and reading out the comments of the teacher for improvement could be exercised.
ReplyDeleteबरसात का मौसम इतना सुहावना होता है कि सभी के चेहरे खिल जाते है ।वास्तव में देखा जाए तो साल की सुरुवात ही बरसात के मौसम से होती है एक किसान अपनी सुरुवात बरसात के मौसम से करता है ।बच्चें भी अपने स्कूलो की सुरुवात भी बरसात के मौसम से ही करते है। यदि बचपन को याद किया जाये तो कितना मजा आता था जब हम पानी मे भीगते हुए, पानी मे खेलते हुए स्कूलो में पहुँचते थे। कितना मजा आता था जब हम पानी मे कागज की नाव चलाते थे उनमे बैठने का अनुभव करते थे। कितना मजा आता था जब एक दूसरे के ऊपर पानी उछालते थे। ,कितनी सुहानी लगती थी कोयल की आवाज, गाँवों में एक अलग ही हरयाली हो जाती है जिसको देख कर मन आनन्द दायी वातावरण से भर जाता है।
ReplyDeleteइस प्रकार बच्चों को भी बरसात के मौसम के अनुभव से मानसिक रूप से बरसात से जोड़ कर और होने वाली गतिविधियों का अनुभव करा सकते हैं।
Art is an activity which increase the imagination of a child .
ReplyDeleteNotebooks have their own importance they can't be replaced with any gadget a child pen down all he learns in form of drawing or poem some children find it easier to express themselves through writing
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
ReplyDeleteरसात का मौसम इतना सुहावना होता है कि सभी के चेहरे खिल जाते है ।वास्तव में देखा जाए तो साल की सुरुवात ही बरसात के मौसम से होती है एक किसान अपनी सुरुवात बरसात के मौसम से करता है ।बच्चें भी अपने स्कूलो की सुरुवात भी बरसात के मौसम से ही करते है। यदि बचपन को याद किया जाये तो कितना मजा आता था जब हम पानी मे भीगते हुए, पानी मे खेलते हुए स्कूलो में पहुँचते थे। कितना मजा आता था जब हम पानी मे कागज की नाव चलाते थे उनमे बैठने का अनुभव करते थे। कितना मजा आता था जब एक दूसरे के ऊपर पानी उछालते थे। ,कितनी सुहानी लगती थी कोयल की आवाज, गाँवों में एक अलग ही हरयाली हो जाती है जिसको देख कर मन आनन्द दायी वातावरण से भर जाता है।
ReplyDeleteइस प्रकार बच्चों को भी बरसात के मौसम के अनुभव से मानसिक रूप से बरसात से जोड़ कर और होने वाली गतिविधियों का अनुभव करा सकते हैं।
किसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteलेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया जा सकता
Deleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteनोटबुक छात्रो के ज्ञान को चिर स्थायी बना देती है
पालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
ReplyDeleteREPLY
Vinod Kumar
नोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |किसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteनोटबुक छात्रो के ज्ञान को चिर स्थायी बना देती है
ReplyDeleteलेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया
नोटबुक्स का अपना महत्व होता है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना किसी कक्षा को पास करने के लिए सर्टीफिकेट।
ReplyDeleteकिसी विषय को समझने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तों उसके सर्वेक्षण से यह पता चलता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है और उसके अंदर दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि।
लेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया जा सकता |
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है । जैसे किसी पुरातत्त्व स्थल का सर्वेक्षण बच्चों द्वारा कराकर उन्हें अपने विचार एवं अनुभूति डायरी में लिखने को कहा जा सकता है ।
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDelete
ReplyDeleteArt is an activity which increase the imagination of a child
किसी विषय को समझाने के लिए स्तर क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है।
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधारणाएँ आदि को आधार मानकर .... ।
ReplyDeleteतात्कालिक इमारतों, पहनावे से जुड़ी विशेषताओ और धार्मिक प्रतीकों व इमारतों आदि से इतिहास के उस समय को मन पर अमिट रूप से अंकित किया जा सकता है। बिना तनाव और भ्रमण की स्वाभाविक रुचि के आधार पर ये अत्यंत प्रभावशाली सिद्ध होता है।
ReplyDeleteArt ko kisi bhi subject se jod kar subject ko intresting banaya ja sakta hai.
Deleteलेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके |
ReplyDeleteनोटबुक सर्वेक्षण से बच्चों की सोच के स्तर,समझ,तथा आउटकम क्या है ? और उसके अंदर अपेक्षित दक्षताओ का विकास कहां तक हुआ है ,इसका पता चलता है
ReplyDeleteपत्र-पत्रिकाएँ , ऐतिहासिक तथ्य , विडियो आदि संसाधनों के माध्यम से
ReplyDeleteरोचक प्रमाणिक जानकारी द्वारा
विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख जानकारी
देकर सीखने - सिखाने के प्रति रुचि जागृत करके हम बेहतर प्रतिफल प्राप्त कर सकते हैं।
बच्चो को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराकर उनके ज्ञान को स्थायी कर सकते है।
पत्र-पत्रिकाएँ , ऐतिहासिक तथ्य , विडियो आदि संसाधनों के माध्यम से
ReplyDeleteरोचक प्रमाणिक जानकारी द्वारा
विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुख जानकारी
देकर सीखने - सिखाने के प्रति रुचि जागृत करके हम बेहतर प्रतिफल प्राप्त कर सकते हैं।
बच्चो को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराकर उनके ज्ञान को स्थायी कर सकते है
NEERAJ KUMAR SINGH PS MAIDHI SADAR CHANDAULI UP.
ReplyDeletescience videos and diksha app are used to achieve learning outcome about activities of subject.
TLM का अभिलेखीकरण करके जो विषय वस्तु को अच्छे से समझा सके।
ReplyDeleteअर्जुन सिंह ps खेड़िया खुर्द
सिकंदरा राऊ हाथरस
ग्रामीण परिवेश में हमारे विद्यालय स्थित है ,उसी परिवेश से हमारे छात्र छात्राये आते है अ सभी को अपने परिवेश में विभिन्न कार्यो को करने की सूची अपनी नोट बुक में अंकित करने की गातेविधी करा सकते है
ReplyDeletePainting hi aisi activity hai jisme Bachchey jyada anandit hokar kam karte hain
ReplyDeleteहमारे आसपास तमाम ऐसी वस्तुएं हैं इनके बारे में बताने के लिए पेपर की जरूरत होती है
DeleteHamare aas pas tamam aisi vastuye hai jinke bare m btane k liye paper ki jarurat hoti hai
ReplyDeleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
ReplyDeleteवीनूलता (स०अ०)
प्राथमिक विद्यालय भिस्वा,
ब्लॉक ब्रह्मपुर गोरखपुर ,
उत्तर प्रदेश ।
ग्रामीण परिवेश में vidhyalay esthit h sabhi bchho ko apne parivesh me dikhne wali chizo ki suchi bnwa skte
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteविषय वस्तु को समझने और समझाने के लिए नोट बुक का प्रयोग करना चाहिए । कला विषय और कलाकारी से बच्चे जल्दी सीखते है।
ReplyDeleteविषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने -सिखाने के लिए नोट्स का प्रयोग किया जाता है तथा उस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि छात्र कितना समझता है ।पठन-पाठन से संबंधित अपने विचारों या सोच को जब तक लिखित में व्यक्त नहीं करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे सोच क्या है ।इसलिए नोट्स बुक का होना अति आवश्यक है।
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधारणाएँ आदि को आधार मानकर .... ।
ReplyDeleteनोटबुक के साथ सर्वेक्षण से विषय/प्रकरण की प्रत्येक बात को कर के सिखाया जाता हैं जिससे समझ मे व्हवहारिकता के साथ दक्षताओं का विकास होता हैं
ReplyDeleteKisi bhi vishay per prapt gyan ko lambe samay Tak yaad rakhne ke liye
DeleteKisi bhi subject ko samajhne ke liy ek not book ki jarurat hoti hai.
ReplyDeleteकिसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं इससे हमें पता चलेगा कि उन्होंने सीखने में कितनी दक्षता प्राप्त की है उनके लर्निंग आउटकम क्या है एवं हुआ देखी गई वस्तुओं को एवं अपनी समझ को नोटबुक पर कितना व्यक्त कर पाता है
ReplyDeleteBachche apne village me jo bhi karya ho rha he ya karya krne wala kya karya kr rha he in sabhi ko note book me note kre.
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिये नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है इस सर्वेक्षण के माध्यम से बच्चों के लर्निंग लेवल का आकलन कर के उसमें अपेक्षित सुधार कर सकते हैं।
ReplyDeleteकिसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं इससे हमें पता चलेगा कि उन्होंने सीखने में कितनी दक्षता प्राप्त की है उनके लर्निंग आउटकम क्या है एवं क्या हुआ देखी गई वस्तुओं को एवं अपनी समझ को नोटबुक पर कितना व्यक्त कर पाता है,साथ ही किसी विषय को सीखने -सिखाने के लिए नोट्स का प्रयोग किया जाता है तथा उस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि छात्र कितना समझता है ।पठन-पाठन से संबंधित अपने विचारों या सोच को जब तक लिखित में व्यक्त नहीं करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे सोच क्या है ।इसलिए नोट्स बुक का होना अति आवश्यक है।
ReplyDeleteVisit a factory where manufacturing of something is going on .Note down how people are working,type of machinery being used,raw material,quantity of articles produced,transportation of products,proceeds,input and output regarding the factory surveyed.
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
ReplyDeleteWe can use mobile aur video audio to make note
ReplyDeleteकिसी ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण, किसी कार्यालय का अवलोकन के बाद नोटबुक में अपने अनुभव लिखना।
ReplyDeleteमनसा कुमारी राठौड़ शिक्षामित्र ,,
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ
नोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteनोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteTatkalin parivesh chitra parishiti aadi ko adhar mankr
ReplyDeleteपालन-पोषण, पारिवारिक परिवेश, विद्यालयी गतिविधि और शिक्षा में भेदभाव को समाप्त कर सुधार की आवश्यकता है। साथ ही TV advertisement और कार्यक्रम में जेण्डर आधारित गतिविधि पर रोक लगा कर, जैसे कोई पुरुष ऑफिस में बैठा है और एक महिला फ़ाइल लिए खड़ी है।
Deleteकिसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं इससे हमें पता चलेगा कि उन्होंने सीखने में कितनी दक्षता प्राप्त की है उनके लर्निंग आउटकम क्या है एवं देखी गई वस्तुओं को एवं अपनी समझ को नोटबुक पर कितना व्यक्त कर पाते है,साथ ही किसी विषय को सीखने -सिखाने के लिए नोट्स का प्रयोग किया जाता है तो उस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि छात्र कितना समझता है ।पठन-पाठन से संबंधित अपने विचारों या सोच को जब तक लिखित में व्यक्त नहीं करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे सोच क्या है ।इसलिए नोट्स बुक का होना अति आवश्यक है।नोट बुक का प्रयोग करने से बच्चे भविष्य में भी उनका प्रयोग कर सकते हैं।
ReplyDeleteराहुल गुप्ता(स०अ०)
उच्च प्राथमिक विद्यालय मझोला
विकास क्षेत्र:-बहजोई
जनपद:-संभल
किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने के लिए नोटबुक का प्रयोग होने से छात्र का आकलन करने पर उसके सीखने के प्रतिफल की जानकारी हो जाती है।। सत्येन्द्र सिंह प्र0अ0प्रा0वि0 सौंहा बावन हरदोई उ0प्र0
ReplyDeleteसामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों में से किसी एक अवधारणा से संबंधित गतिविधि का चयन कर बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।उनके द्वारा इकठ्ठा किए गए आंकड़ों का विवरण तैयार कर प्रदर्शित किया जाए।
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर
ReplyDeleteBachhe dekhkar jab likhte hain to yaad karna asan ho jata hai tha bad mein smaran
ReplyDeleteMein bhi upyogi
तत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों में से किसी एक अवधारणा से संबंधित गतिविधि का चयन कर बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।उनके द्वारा इकठ्ठा किए गए आंकड़ों का विवरण तैयार कर प्रदर्शित किया जाए।
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteLALIT KUMAR TIWARI PS KABIRABAD MUHAMMADABAD GOHANA MAU ( UP)
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
While going out for a trip to the historical monument students must note the they saw there to compare them with today's architecture
ReplyDeleteNotebook ke upyog se bachhe sarvekshan par apne vichar likhte hain un par charcha karte hain tha unhe yaad karne mein bhi asani rahti hai samay par unse revision bhi kar sakte hain
ReplyDeleteकिसी भी विषय पर प्राप्त ज्ञान को लम्बे समय तक याद रखने हेतू नोट्बूक बहुत आवश्यक होती है इससे हम अपने आपको उस विषय के मजबुत कर सकते है।
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिये नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया जा सकता है इस सर्वेक्षण के माध्यम से बच्चों के लर्निंग लेवल का आकलन कर के उसमें अपेक्षित सुधार कर सकते हैं।
ReplyDeleteकिसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteYatendra kankran, Note book survey can be used to study the local culture , food, and languages.
Deleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteकिसी विषय को सीखने सिखाने के लिए नोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग किया का उपयोग किया जाता है सर्वोच्च के माध्यम से बच्चों के लर्निंग लेवल का पता लगाया जा सकता है
ReplyDeleteKisi bhi topic par yadi hum likhar apne vichaar dete hain to wo jyada tym tak hamare mind me rahta hai isliye kisi bhi subject ko sikhne or sikhane me notebook is must
ReplyDeleteYatendra kankran, Note book survey can be used to study the local culture, food, and languages.
ReplyDeleteKisi Vishay ko sikhane sikhane mein notebook ka prayog Kiya Ja sakta hai isase Hamen Pata Chalta Hai Ki Vidyarthi Ne Kitna Sikha aur aur Vidyarthi kya out kam deta hai
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है वह समझ गया है या नहीं
ReplyDeleteऔर उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है और अभी हमें उसमे क्या सुधार करना है।
किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteArt is an activity which increase tha imagination of a child. kumari neeshu shikshamitra p.s Kamalpur-1 bewar mainpuri (u.p)
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश अभिलेख चित्र सामाजिक राजनीतिक आर्थिक परिस्थितियां अवधारणा आदि को आधार मानकर
ReplyDeleteमेरठ
किसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
DeleteBachcho ko bharaman ke dauran unhe sarvekshan Ka note book bnane ke liye prerit krna chahiye.taki wahake ke aarthik, samajik,Rajnaetik,bhi sanklit ho ske.
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश अभिलेख चित्र सामाजिक राजनीतिक आर्थिक परिस्थितियां अवधारणा आदि को आधार मानकर
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteविद्यार्थियों को भ्रमण के लिये एतिहासिक स्थलों पर ले जाकर उस स्थल के सर्वेक्षण मे जो जानकारी विद्यार्थियों को प्राप्त हो उसके लिये नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो यह पता किया जा सकता है की प्रत्येक विद्यार्थी की सोच क्या है?समझ क्या है? तथा आपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteनोटबुक किसी भी विषय को सीखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है
ReplyDeleteइसके सर्वेक्षण से पता चलता है कि प्रत्येक विद्यार्थियों की सोच का स्तर क्या है ,विद्यार्थियों ने अपने विषय वस्तु को कितना समझा है ?
विद्यर्थियों ने कितना अपेक्षित दक्षताएं प्राप्त की है ? और उनमें अभी कितने सुधार की आवश्यकता है?
लेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया जा सकता |
ReplyDeleteविद्यार्थियों को भ्रमण के लिये एतिहासिक स्थलों पर ले जाकर उस स्थल के सर्वेक्षण मे जो जानकारी विद्यार्थियों को प्राप्त हो उसके लिये नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो यह पता किया जा सकता है की प्रत्येक विद्यार्थी की सोच क्या है?
ReplyDeleteThe learning with Nishtha has enhanced not only my way of learning but also practical approach with learning outcomes.
ReplyDeleteHme chhatr avam chhatrao ko bramand k liye aitihasik sthalo pe le Ja kr unhe notebook per sabi bato ko ikhne k liye Khena chahiye.
ReplyDeleteनोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteयदि बच्चों को किसी भी ऐतिहासिक स्थल पर भ्रमण के लिए लिए ले जाया जाए तो उनके पास नोटबुक का होना बहुत जरूरी है क्योंकि उसमें वे आवश्यक तथ्यों को नोट कर सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चों को अर्थशास्त्र के अंतर्गत महंगाई विषय को समझाने हेतु नोटबुक आधारित सर्वेक्षण की आवश्यकता होती है जिससे वे पिछले प्रचलन को समझकर वर्तमान स्थिती का आंकलन आसानी से कर सकते हैं।
ReplyDeleteविद्यार्थियों को भ्रमण के लिये ले जाये ।उस स्थल के सर्वेक्षण मे जो जानकारी प्राप्त हो उसके लिये नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाये तो यह पता लग सकता है की प्रत्येक विद्यार्थी की सोच का स्तर क्या है?समझ क्या है? तथा आपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है ।
ReplyDeleteहमें छात्र एवं छात्राओं को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों पर ले जाने के साथ उनको नोट बुक पर सभी चीजों को नोट करते रहना चाहिए
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
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ReplyDeleteलेखन एक कौशल है | नोटबुक आधारित सर्वेक्षण हेतु बच्चा आसपास के किसी मुद्दे को आधार बना सकता है | प्रश्न निर्माण की कला तार्किक और रचनात्मक चिंतन का परिणाम है | उदाहरणार्थ, महँगाई की वृद्धि दर को समझने के लिए नोटबुक सर्वेक्षण सहायक सिद्ध हो सकता है |
ReplyDeleteनोटबुक आधारित सर्वेक्षण का उपयोग इकाई आजीविका को सीखने- सिखाने में किया जा सकता है। इससे छात्रों में श्रम विभाजन की अवधारणा की समझ आती है,मूल्यों का विकास होता है, अवलोकन और संवाद कौशल का विकास होता है तथा वे सभी व्यवसायों के प्रति आदर करना सीखते हैं।
ReplyDeleteGPS devkadhura
ReplyDeleteAnil Chandra pandey
हम बच्चों को अपने परिवेश में होने वाले विभिन्न कामों की सूची निर्माण और उसमें संलग्न लोगों के बारे में सर्वेक्षण करने को कह सकते है।
सर्वेक्षण के माध्यम से बच्चे व्यहवारिक रूप से जानकारी प्राप्त कर सकते है जो की उनको स्थाई ज्ञान देगा ओर सामाजिक रूप से जुड़ते हुए संबंधित कौशलों को भी विकसित कर सकते है।
किसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों में से किसी एक अवधारणा से संबंधित गतिविधि का चयन कर बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित किया जाए।उनके द्वारा इकठ्ठा किए गए आंकड़ों का विवरण तैयार कर प्रदर्शित किया जाए।
ReplyDeleteNotebook aadaret servection ke madyam se hum bacho ke mansik stethi ka avlokan ker sakte hai evem uske aadar per bavesya ke yogna bana sakte hai
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteFor science experiments, notebooks are an excellent way for students to communicate their understanding of concepts. Notebook also encourages students to record and reflect on observations, activities and experiments.Notebook helps in developing writing skills.
ReplyDeleteकिसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं इससे हमें पता चलेगा कि उन्होंने सीखने में कितनी दक्षता प्राप्त की है उनके लर्निंग आउटकम क्या है एवं देखी गई वस्तुओं को एवं अपनी समझ को नोटबुक पर कितना व्यक्त कर पाते है,साथ ही किसी विषय को सीखने -सिखाने के लिए नोट्स का प्रयोग किया जाता है तो उस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि छात्र कितना समझता है ।पठन-पाठन से संबंधित अपने विचारों या सोच को जब तक लिखित में व्यक्त नहीं करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे सोच क्या है ।इसलिए नोट्स बुक का होना अति आवश्यक है।नोट बुक का प्रयोग करने से बच्चे भविष्य में भी उनका प्रयोग कर सकते हैं।
ReplyDeleteकिसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं इससे हमें पता चलेगा कि उन्होंने सीखने में कितनी दक्षता प्राप्त की है उनके लर्निंग आउटकम क्या है एवं देखी गई वस्तुओं को एवं अपनी समझ को नोटबुक पर कितना व्यक्त कर पाते है,साथ ही किसी विषय को सीखने -सिखाने के लिए नोट्स का प्रयोग किया जाता है तो उस सर्वेक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि छात्र कितना समझता है ।पठन-पाठन से संबंधित अपने विचारों या सोच को जब तक लिखित में व्यक्त नहीं करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे सोच क्या है ।इसलिए नोट्स बुक का होना अति आवश्यक है।नोट बुक का प्रयोग करने से बच्चे भविष्य में भी उनका प्रयोग कर सकते हैं।
ReplyDeleteलेखन उतना ही जरूरी है जितना पाठन, पाटन गतिविधि से सोच समझ सकते है, विचार कर सकते है परंतु जब तक उन सब चीजों को जो सोचते है ,विचार करते है ,समझते है उसको अगर लिखित में नहीं प्रदर्शित करेंगे तब तक किसी को पता नहीं चलेगा कि हमारे विचार क्या है, इन सब चीजों के लिए हमें लिखने की आवश्यकता होगी इसलिए नोट बुक होना अति आवश्यक है जिसमें हम लिख सके | नोटबुक के बिना हम अपने विचार लिखकर नहीं दूसरे तक नहीं पहुँचाया जा सकता |
ReplyDeleteNotebook adharit sarvekshad ke upyog karne se bachcho ka estar malum ho jata hai.feedback ki samsyao ko dhiyan me rakhkar teacher sarvekshad ke adhar par age ki shikshad gatividhi ya yojna bnakar us vises vishay ki samajh ko bdate hain
ReplyDeleteNotebook ke davra jo gyan diya gaya hai,usko sthai kiya ja sakta ,student ko presnottri na deker koi creative work de sakte hai ,ki jaise kya dekha ya vahan aur kya tha.jo bacche soche aur tab likhe
ReplyDeleteनोट बुक आधारित कार्य मे बच्चों को जैसे क्रय विक्रय की समझ। बनानी है तो बाजार जाकर किसी दुकान का सर्वे कर उनके दिन भर के vikrit माल की सूची तैयार करें।उस सामान का क्रय मूल्य पता कर लाभ की सूची बना कर प्रस्तुत करने का कार्य कर सकते हैं।
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण विषय की समझ को स्थायित्व प्रदान करेगा, क्योंकि अवलोकित किये गए तथ्य भूल जाने पर लिखित रूप में उपलब्द्ध रहेंगे। यह बच्चों की समझ को तो दिखायेगा ही, विषय पर उनकी दक्षता को मापने में भी अध्यापक केलिए सहायक होगा। यह बच्चों की विषय में रुचि को भी बढ़ाएगा।
ReplyDeleteनोट बुक आधारित सर्वेक्षण विषय की समझ को स्थायित्व प्रदान करेगा क्योंकि अवलोकित किये गए तथ्य भूल जाने पर लिखित रूप में उपलब्ध रहेंगे।यह बच्चों की समझ को तो दिखायेगा ही , विषय पर उनकी दक्षता को मापने में भी अध्यापक केलिए सहायक होगा। यह बच्चों की विषय में रुचि को भी बढ़ाएगा।
ReplyDeleteनिरुपमा सिंह
नोट बुक की अपनी ही महत्ता होती है चाहे कोई भी विषय हो नोटबुक का होना उतना ही जरूरी है जितना कि किसी भी कक्षा को पास करने के बाद उसका सर्टिफिकेट |किसी विषय को समझाने के लिए नोटबुक का प्रयोग यदि किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ क्या है उसका लर्निंग आउटकम क्या है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है आदि बातों का सर्वेक्षण के माध्यम से पता चल जाता है
Deleteनोटबुक छात्रो के ज्ञान को चिर स्थायी बना देती है विजय कुमार प्र॰अ॰ प॰सं॰वि॰जतीपुरा, गोवर्धन, मथुरा
किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है किसी पुरातात्विक स्थल के सर्वेक्षण के उपरांत हम बच्चों को नोटबुक पर उनके अनुभव लिखने के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं
ReplyDeleteBachcho ko apni bhasha m likhne k liye protsahit karne k liye kuch gatividhyan kara sakte hain.jaise project k liye koi vishe chune,stroton ko dhunden, pata karen,unhen vargikrat karen or ullekh karen.is se bhi bachchon ko aanand milega tatha sthayi gyan ki prapti hogi. .
ReplyDeleteपलायन पर सर्वे ,बच्चों के समूह बनाकर किसी भी गांव, बस्ती का सर्वे करा सकते हैं और वह वहां पर जाकर वहां के लोगों से जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं और नोटबुक पर लिख सकते हैं कि वहां पर पलायन का क्या कारण था वहां पर लोग क्यों नहीं रुकना चाहते और उन्हें रोकने के क्या उपाय तरीके हो सकते हैं इस पर कक्षा में सबके सामने प्रस्तुति व इन बिंदुओं पर चर्चा करना, कुछ निष्कर्ष निकालना, क्या उपाय हो सकते हैं कि पलायन कम हो इन सब की जानकारी प्राप्त करने के बाद कक्षा में सबके सामने अपनी प्रस्तुति वह आपस में चर्चा करना और कुछ निष्कर्ष हल खोजना
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है।नोट बुक आधारित सर्वेक्षण विषय की समझ को स्थायित्व प्रदान करेगा क्योंकि अवलोकित किये गए तथ्य भूल जाने पर लिखित रूप में उपलब्ध रहेंगे।यह बच्चों की समझ को तो दिखायेगा ही , विषय पर उनकी दक्षता को मापने में भी अध्यापक केलिए सहायक होगा। यह बच्चों की विषय में रुचि को भी बढ़ाएगा।
ReplyDeleteसीखने सिखाने में नोटबुक बेहतरीन संसाधन है जिसके द्वारा बच्चों के स्तर का पता चलता है कि कौन बच्चा किस स्तर पर है सर्वेक्षण से पता चलता है कि बच्चे में अपेक्षित विकास किस स्तर तक हुआ है।
ReplyDeleteNote book hone se aap sabhi students ka response jan payege n usko usi ke according treat kar sakte h,n most important ki sarvekshan ka koi bhi point miss hone ka chance ni hota hai
ReplyDeleteकिसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है।
ReplyDeleteरियाज अहमद प्र अ प्रा वि महेशपुर
सिंहपुर अमेठी
किसी विषय को सिखाने या सीखने के लिए नोटबुक का प्रयोग किया जाता है तो उसके सर्वेक्षण से यह पता लगता है कि प्रत्येक शिक्षार्थी की सोच का स्तर क्या है समझ गया है और उसके अंदर अपेक्षित दक्षता का विकास किस सीमा तक हुआ है
ReplyDeleteतत्कालीन परिवेश , अभिलेख , चित्र , सामाजिक , राजनैतिक , आर्थिक परिस्थितियाँ , अवधाराएँ आदि को आधार मानकर .... ।
ReplyDeleteनोटबुक में नोट करने से कोई प्वाइंट स्लिप नहीं होता।इससे सर्वेक्षण या योजना को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जा सकता है।
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