मॉड्यूल 3 - गतिविधि 2: स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियाँ
खेल, खेल-कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियाँ जो हम दिन-प्रतिदिन करते हैं, भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं। नीचे कुछ गतिविधियों के उदाहरण दिए गए हैं
भीतरी गतिविधियाँ : मेज के नीचे क्रॉल करना, संतुलन का अभ्यास करने के लिए किसी वस्तु का उपयोग, जंपिंग जैक, डांसिंग, योगिक गतिविधियों का अभ्यास करना ….
बाहरी गतिविधियाँ : सीढ़ी पर चढ़ना, कूदना, रेंगना, और एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में चलना, बाधाओं के बीच दौड़ना, ज़िग-ज़ैग दौड़ना, विभिन्न वस्तुओं पर कूदना, चलना ...
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बच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे refresh होकर बच्चे खुश होकर सीखने मे मन लगाते हैं
ReplyDeleteIt has been rightly said- a healthy body has a healthy mind.Sports and games teaches one to follow discipline--time management, competitiveness, to be tough, strong willed and togetherness.
DeleteBahri ya bhitari activities bachho ke saririk ,mansik aur bhawatwamak vikas ko bdhawa deta.
DeleteBacchon ke liye gatividhiyan unke sharirik aur mansik Swasthya donon ko prabhavit Karti Hai isase refresh Ho ke bacche ka padhane me man lagta hai
DeleteGatividhiyan baccho ke sharirik, mansik Or samajik teeno ko prabhavit krti h. Gatividiyon ke duara bacche kisi bhi topic ko bht hi aasani se or bht hi ruchi ke sikh sakte h.. Baccho me ek nayi urja dekhne ko milti h
DeleteBaccho ko wtsapp ke madhyam se audio video bhej ke shekshadik samagri bheji gyi..
DeleteIn gatividhyo se bachon ka sararik aur mansik vikas hota hai.
DeleteIs se bachon apni pareshaniyo ko bhulkar Anand main doob jaate hai jis se wo khush rah k pareshaniyon ka samna karna sikhte hai.
In gatividhyo se bachon ka saririk aur mansik Vikas hota hai
Deletesharirik mansik aur boddhik vikas ke liye bahri gatividhi aur bhitri gatividhi bahut jaruri h
Deletesharirik mansik aur boddhik vikas ke liye bahri gatividhi aur bhitri gatividhi bahut jaruri h isse energy milta h
Deleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।
DeleteGatividhiyan baccho ke sharirik, mansik Or samajik teeno ko prabhavit krti h. Gatividiyon ke duara bacche kisi bhi topic ko bht hi aasani se or bht hi ruchi ke sikh sakte h.. Baccho me ek nayi urja dekhne ko milti h
Deleteबाहरी और भीतरी गतिविधियाँ बच्चों की शारीरीक,मानसिक और सामाजिक तीनों के सवास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
Deleteबाहरी और भीतरी गतिविधियां करने से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है
DeleteGatvidi ke dawra bacho ko asani se samjhaya ja sakta h aur is tarah se bache bahut ruchi bi lete hai
Deleteबच्चों को ऐसी गतिविधियों में सम्मिलित किया जाना चाहिए जो उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास को भी प्रभावित करें
DeleteIn gatividhyo se bachon ka sararik aur mansik vikas hota hai.
DeleteIs se bachon apni pareshaniyo ko bhulkar Anand main doob jaate hai jis se wo khush rah k pareshaniyon ka samna karna sikhte hai.
नमस्कार
Deleteछात्रों को प्रारंभिक शिक्षा से ही स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक करना उनके दैनिक जीवन में उपयोगी है। बच्चों को खेलना पसंद भी बहुत होता है, वो ऐसे शिक्षक को ज्यादा पसंद करते हैं जो कि शिक्षण के साथ-साथ खेल भी कराते हैंं। खेल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक व साथ ही आपसी सामंजस्य धैर्य, निर्णय लेने की क्षमता, समय प्रबंधन, टीम बर्क, क्षमताओं का आंकलन, दिशा-निर्देशों का पालन व नेतृत्व कर्ता का गुण भी विकसित करते हैं। धन्यवाद
कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का निर्माण होता है। इसलिए बालकों को प्रारंभ से ही ऐसी गतिविधियों से जोड़ दिया जाए ताकि वह शारीरिक स्वास्थ्य और स्वक्षता के प्रति जागरूक हो सकें।
Deleteगतिविधियों के द्वारा बच्चों का शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास होता हैं।अतः बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गतिविधियां करवाना बहुत आवश्यक हैं।
DeleteOM PRAKASH PANDEY..स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मन का निर्माण होता है चूंकि गतिविधियों के द्वारा बच्चों का शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास होता हैं।अतः बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गतिविधियां करवाना बहुत आवश्यक हैं।इससे मन भी स्वस्थ रहेगा।
Deleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे refresh होकर बच्चे खुश होकर सीखने मे मन लगाते हैं , और आन्दित होकर अच्छा सीखते हैं।
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Deleteछात्रों को प्रारंभिक शिक्षा से ही स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक करना उनके दैनिक जीवन में उपयोगी है। बच्चों को खेलना पसंद भी बहुत होता है, वो ऐसे शिक्षक को ज्यादा पसंद करते हैं जो कि शिक्षण के साथ-साथ खेल भी कराते हैंं। खेल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक व साथ ही आपसी सामंजस्य धैर्य, निर्णय लेने की क्षमता, समय प्रबंधन, टीम बर्क, क्षमताओं का आंकलन, दिशा-निर्देशों का पालन व नेतृत्व कर्ता का गुण भी विकसित करते हैं।
DeleteGatividhiyon baccho ke saririka mansik aur samajik vikash ke liye bhut jaruri hai.. Isse bacche ka vikash hota hai. Bacche gatividhiyon se refresh ho jate hai.. Aur unka padhai me dil bhi lagta hai
DeleteIt has been rightly said- a healthy body has a healthy mind.Sports and games teaches one to follow discipline--time management, competitiveness, to be tough, strong willed and togetherness.
Deleteबच्चों को ऐसी गतिविधियों में सम्मिलित किया जाना चाहिए जो उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास को भी प्रभावित करें
Deleteबाहरी और भीतरी गतिविधियाँ बच्चों की शारीरीक,मानसिक और सामाजिक तीनों के सवास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
बच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे refresh होकर बच्चे खुश होकर सीखने मे मन लगाते हैं , और आन्दित होकर अच्छा सीखते हैं।
Deleteगतिविधियों के माध्यम से बच्चे शारिरिक और मानसिक रूप से, आसानी से सीखते हैं, बच्चों के अंदर सहयोग की भावना विकसित होती है , सीखना और सिखाना आनन्द दाई होता है ,खेल के माध्यम से बच्चों का सिखना आनन्ददायक होता है,
Deleteगतिविधियों के माध्यम से बच्चे शारिरिक और मानसिक रूप से, आसानी से सीखते हैं, बच्चों के अंदर सहयोग की भावना विकसित होती है , सीखना और सिखाना आनन्द दाई होता है ,खेल के माध्यम से बच्चों का सिखना आनन्ददायक होता है,
Deleteअतः बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गतिविधियां करवाना बहुत आवश्यक हैं।बच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण होता है।
Deleteबच्चों के लिए गतिविधियां कराना बहुत आवश्यक है बच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करती है।
Deleteबच्चो को गतिविधियां करना शारिरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये आवश्यक है।
Deleteगतिविधियों के द्वारा बच्चों का शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास होता हैं।अतः बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गतिविधियां करवाना बहुत आवश्यक हैं।
DeleteBaccho ke liye gatividhiya unke saririk aur mansik Vikas dono ke liye labhdayak Hoti h jisse unka smagra Vikas hota hai.
Deleteगतिविधि से बच्चों को ताजगी मिलती है और उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है | इस तरह वे किसी भी पाठ को अच्छे से सीखते हैं
Deleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे बच्चे खुश होकर सीखने मे मन लगाते हैं और स्वास्थ्य रहते हैं।
Deleteशारीरिक गतिविधियों द्वारा बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है जिससे बच्चे अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते है। इन गतिविधियों से बच्चों के शारिरिक विकास के साथ साथ भावनात्मक , और सामाजिक विकास भी होता है।
DeleteBacho ke liye gatividhiya unke sharirik aur maansik vikas dono ko parbhawit krti hai.
DeleteBaahri aur bheetri gatividhiya karne se bacho ka vikas hota hai.
बच्चों के लिए गतिविधियां अत्यंत आवश्यक है क्योंकि जब शरीर स्वस्थ रहेगा तभी मस्तिष्क भी कार्य करेगा
Deleteशारीरिक गतिविधियों के द्वारा बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। बच्चे खेल खेल में बहुत कुछ सीख लेते हैं।
Deleteगतिविधियों से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है।
Deleteगतिविधियों से बच्चों का सर्वागीण विकास होता है
DeleteGatividhiyon ke madhyam se bache aasani se sikhte h , khel to bachchon ke jivan ka sarvangin vikash krte h bachchon ko sikhane me khel aham bhoomika nibhata h👍
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ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक मानसिक और सामाजिक तीनों को प्रभावित करती है इनसे उनमें एक नई तरह की ऊर्जा मिलती है जिससे उन्हें सीखने और करने में भी मन लगता है।चाहे वह गतिविधियां बाहरी गतिविधियां हो या भीतरी गतिविधियां हो।
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DeleteKhel kud aur aur vibhinn types ki activities se bachchon ka sharirik aur manasik vikas bhut teji se hota hai.aur bachche urjavan bne rhte hain.
Deleteखेलकूद के प्रभाव से बच्चे शारीरिक एवं मानसिक रूप से काफी स्वस्थ रहते हैं।
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Deleteबच्चो के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।
Deleteगतिविधियों से बच्चो का सर्वांगीण विकास होता हैं ।
It has been rightly said- a healthy body has a healthy mind.Sports and games teaches one to follow discipline--time management, competitiveness, to be tough, strong willed and togetherness.
Deleteबच्चों को ऐसी गतिविधियों में सम्मिलित किया जाना चाहिए जो उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास को भी प्रभावित करें
बच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।
Deleteबच्चों के लिए गतिविधियां अत्यंत आवश्यक है क्योंकि हेल्दी माइंड इन ए हेल्दी बॉडी जब तक हम चुप नहीं रहेंगे हम कुछ भी ग्रहण नहीं कर पाएंगे
Deleteखेल, खेल-कूद और कुछ शारीरिक गतिविधियाँ बच्चों के भावात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं और उनके अंदर नयी ऊर्जा का संचार करते हैं
ReplyDeletePhysical and mental activities bachcho kI health ke liye jaruri hain
Deleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है हैं
ReplyDeleteगतिविधियों से शरीरिक , मानसिक बौद्धिक विकास के साथ बच्चों में परस्पर सहयोग , समूह में कार्य करना ,व नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है
ReplyDeleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है
ReplyDeleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है
ReplyDeleteखेलकूद के प्रभाव से बच्चे शारीरिक एवं मानसिक रूप खेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है काफी स्वस्थ रहते हैं।
DeleteGatibidhi ka midham sa baccha sarik aur minsik rup sa siktha hai aur roj kuch naya naya sihkna ka koshis karta hai
Deleteखेलकूद और दिन प्रतिदन की गतिविधियां के शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास को प्रभावित करता है।जो बच्चों के लिए ऊर्जा का स्रोत है
Deleteबच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भीतरी और बाहरी दोनों गतिविधियां बहुत महत्वपूर्ण है।
Deleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है
ReplyDeleteगतिविधियों से बच्चो के शारिरीक व मानसिक विकास में मदद मिलती है ओर वे स्थाई रूप से सिखते हैं
ReplyDeleteखेलकूद व दिन प्रतिदिन की गतिविधियों से हमारे शारीरिक मानसिक व बौद्धिक विकास के साथ-साथ परस्पर सहयोग की वह समूह में कार्य करने की भावना का विकास होता है
ReplyDeleteखेलकूद और शारिरिक गतिविधियां बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक होती हैं।
ReplyDeleteSWATI PRASAD
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।गतिविधियों से शरीरिक , मानसिक बौद्धिक विकास के साथ बच्चों में परस्पर सहयोग , समूह में कार्य करना ,व नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है
शारीरिक विकास के वक्त बच्चों का खुश रहना बहुत आवश्यक होता है और इसके लिए उनका सभी तरह से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करती हैं इससे प्रभावित होकर बच्चे सीखने में मन लगाते हैं।
ReplyDeleteजैसा कि हम सभी जानते हैं कि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। बच्चों के लिए बाह्य गतिविधियां एवं भीतरी गतिविधियां काफी लाभदायक है इससे वे स्वस्थ रहते हैं एवं मानसिक तौर पर मजबूत रहते हैं। हर काम को बेहतर ढंग से करने में यह मददगार साबित होता है।
ReplyDeleteब्च्चो के खेलकुद में विकास के लिए मजबूत नीव कि आवश्यकता होती है, इसलिए अभिभावक और शिक्षक को चाहिए कि उनकी दैनिक क्रियाकलपो पर ध्यान दें जिससे बच्चे खुश होकर हर कार्य कर सके।
ReplyDeleteखेल बच्चे के मानसिक व शारिरीक विकास के लिए अति आवश्यक है खेल हमेशा बच्चे रूचि को ध्यान में रखकर बच्चे से करवाना चाहिए जिसे खेलने के बाद बच्चे के मन में एक अलग खुशी दिखाई देती है इसी लिए कहा गया है कि स्वस्थ दिमाक में ही स्वस्थ मन निवास करता है
ReplyDeleteभीतरी गतिविधियाॅ और बाहरी गतिविधियाॅ बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चे स्वस्थ रहते हैं रिफ्रेश होते हैं।
ReplyDeleteखेल, खेल-कूद और कुछ शारीरिक जो हम दिन-प्रतिदिन करते हैं|ये बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी हैं|ये गतिविधियाँ बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं|ये गतिविधियाँ का मन पढ़ाई मे लगाती है और बच्चों का जीवन स्वास्थ्य बानाती है|
ReplyDeletekhelna bacchon ke liye bahut avashyak hai khelte Samay bacchon ka sharirik mansik bhavnatmak AVN sahyogatmak Vikas hota hai aur bacche Khush rehte hain .
ReplyDeleteबच्चों के लिए खेलना उतना ही जरूरी है जितना कि पढ़ना खेलने से बच्चे का शारीरिक ,भावनात्मक, सहयोगात्मक विकास होता है और बच्चे आपस में सहयोग की भावना के साथ कार्य करना सीखते हैं
ReplyDeleteBaccho k saririk aur manshik vikash k liye khel bhut jaruri h..khelne se baccho k vikash hota h
ReplyDeleteबच्चों के लिए खेलना उतना ही जरूरी है जितना पढ़ना खेलने से बच्चों में भावनात्मक सामाजिक और शारीरिक विकास होता है।
ReplyDeleteBihari AVN bhitari gatividhiyan se bacchon ka sharirik mansik AVN bhavnatmak Vikas hota hai
ReplyDeleteIt's has bee rightly said a healthy body has a health mind sport and game discipline time management competitveness to be tough strong willed and togetherness
ReplyDeleteIn a healthy body ,resides a healthy n peaceful mind n soul ..which brings more concentration ,focus n better understanding towards the new learning of a child
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक मानसिक और सामाजिक तीनों को प्रभावित करती है इनसे उनमें एक नई तरह की ऊर्जा मिलती है जिससे उन्हें सीखने और करने में भी मन लगता है।
ReplyDeletePrabhawati Kumari
बच्चों के लिए खेलना उतना ही जरुरी हैं जितना की पढ़ना, खेलने से बच्चों का शारिरिक भावात्मक और सामाजिक विकास होता हैं साथ ही साथ उनमें सहयोग की भावना भी विकसित होती हैं.
ReplyDelete''Healthy mind in a healthy body''. Swastha rahne k liye khelkud, sharirik aur mansik gatividhiyon ka hona aavashyak hai. Ghar k andar dance, jaisi gatividhiyon se santulan banta hai..aur bahar jumping running karne se flexibility ati hai..aur iske dwara energy bhi milti hai.. bacche swasth rahate hai
ReplyDeleteखेल कूद से बच्चों का सम्पूर्ण विकास होता है पढाई के साथ खेल कूद भी जरूरी है
ReplyDeleteHa ya sahi h ki baccho ko pahdai ke sath khelna or kudna bhi chahiye usse unka sampurnd vikas hota h.
Deleteबच्चों के लिए खेलना बहुत ही जरूरी है क्योंकि खेलने से ही दीमाग विकसित होता है | और इस तरह ये पढ़ाई के लिए भी बहुत अच्छा होता है|
ReplyDeleteखेलने से बच्चों का शारिरिक भावात्मक और सामाजिक विकास होता है|
खेल कूद से बच्चों का सम्पूर्ण विकास होता है पढाई के साथ खेल कूद भी जरूरी है
ReplyDeleteबच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास दोनों आवश्यक है इस कारण से जब बच्चे भीतरी गतिविधियों को पूरा करते हुए बाहरी गतिविधियों को करने कि इच्छा रखते है तो उन्हें out door game में शामिल होने हेतु प्रेरित किया जाना चाहिए ताकि बच्चे तन और मन दोनों से स्वस्थ रह सकें क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ मन का वास होता है।आज के समय में काफ़ी बच्चे ज्यादा समय indoor games में वितातें है जिसके कारण उनके मस्तिष्क का विकास तो संभव है लेकिन शारीरिक रूप से वे अपने आप को कुछ कमजोर महशूस करते है।बच्चों को स्वस्थ रखने हेतु उन्हें योग एवं शरीर में फुर्ती बनी रहे इसके लिए दौड़, कबड्डी, लम्बी कूद आदि विद्यालय में कराने की योजना बनाकर इसे लागू किया जाना चाहिए
ReplyDeleteखेल कूद एवं गतिविधि से बच्चों में शारीरिक मानसिक और बौद्धिक विकास को बढ़ावा मिलता है एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है ।
ReplyDeleteAs both activities can make a person physically and mentally fit which is essential for the hundred percent growth of a person by which he/she can go ahead in their life.Its truly said that "Health is wealth".
ReplyDeleteएक स्वस्थ शरीर मे ही एक स्वस्थ मैं रहता है खेलना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है इसे उनका विकास होता है मानसिक और शरीरिक खेलना वैसे ही जरूरी है जैसे की पढ़ना |
ReplyDeleteखेल ही शारीरिक एवं मानसिक तनाव को दूर करने में सक्षम है, खेलकूद में जितना सीखने को मिलता है, उतना शायद लगातार पढ़ने से बच्चे विकास नहीं हो सकता है
ReplyDeleteखेल कूद गतिविधिया बच्चों के शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास तीनों को प्रभावित करती है इनसे उनका सर्वांगीण विकास होता है।
ReplyDeletePhysical excercise inhances not only physical health,it inhances mental health also.
ReplyDeleteSharirik gatividhi krne se bachho ka sarvangin vikas hota h,aur unhe kisi kam ko krne me hesitation nhi hota h.
ReplyDelete''Ek swastha sarir me hi ek swastha mastisk ka nivas hota hai,'' ye kahawat bilkul sahi hai.. jab bacche khelkud. Vyayam, adi karenge to wo swath rahenge..bacch b Ko sirf Indoor hi nhi Outdoor activities karne ke liye bhi prerit karna chahiye jisse Wah swath rahenge
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ReplyDeleteकुछ अन्य खेल गतिविधि जैसे रस्सा कशी,लुका छिपी, सुई धागा दौड़,कबड्डी,क्रिकेट इत्यादि भी है जो बच्चे के भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते है तथा उनके स्वास्थ्य/फिटनेस में मदद करते है।
ReplyDeleteकुछ अन्य खेल गतिविधि जैसे रस्सा कशी,लुका छिपी, सुई धागा दौड़,कबड्डी,क्रिकेट इत्यादि भी है जो बच्चे के भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते है तथा उनके स्वास्थ्य/फिटनेस में मदद करते है।
ReplyDeleteबच्चों के शारिरिक, मानसिक एवं भावनात्मक विकास के लिए खेल-कूद, व्यायाम, योग एवं अन्य माध्यमों के साथ बच्चों का जुड़ाव, झुकाव होना जरूरी है। बच्चों को इन क्रियाकलापों के प्रति रूचि उत्पन्न कर, विद्यालय में जरूरी साधन मुहैया कर हम उन्हें स्वस्थ रहने एवं समुचित विकास में सहायक बन सकते हैं। विद्यालय में खेल का मैदान एवं उस अनुरूप संसाधन होना भी आवश्यक है। लेकिन बहुत सारे विद्यालय अभी भी ऐसे हैं जहां कि खेल का मैदान तो दूर, व्यायाम करने का भी समुचित जगह नहीं है। मेरा अनुभव इस मामले में यही कहता है कि बगैर समुचित संसाधन के हम विद्यालय में खेल-कूद, व्यायाम आदि के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित नहीं कर सकते हैं।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक मानसिक और सामाजिक तीनों को प्रभावित करती है इनसे उनमें एक नई तरह की ऊर्जा मिलती है जिससे उन्हें सीखने और करने में भी मन लगता है।चाहे वह गतिविधियां बाहरी गतिविधियां हो या भीतरी गतिविधियां हो।
ReplyDeleteSound mind in sound body.
Activities are beneficial for overall growth of students. ,physical,emotional and ogicalsociol
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।
ReplyDeleteबाहरी और भीतरी गतिविधियां करने से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है
ReplyDeleteबच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए खेल-कूद और व्यायाम बहुत आवश्यक है । बच्चे विद्यालय या घर में खेल-कूद के साथ - साथ योग ,प्राणायाम भी करें जिससे उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ उनका मानसिक और भावनात्मक विकास भी हो सके और बच्चे किसी भी शैक्षणिक क्रिया-कलाप को एकाग्रचित होकर कर सकें ।
ReplyDeleteबच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए गतिविध्यां कराना आवश्यक है
DeleteHi
ReplyDeleteChote bachho Ke liye ginti ki gatividhi bahut hi mazedar Hoti hai.is gatividhi me Ghar me uplavdh her prakar ki cheezo ki ginti ki jati hai .Jaise shirt ke batan ko ginna, Ghar me rakhe hue aalu ,pyaz ko ginna ,Apne hathon Kim aungiliyon ki ginna, school me chetnasatr me khade bachho ko ginna or anko ke sath Gini hui vastu Ka Milan kerne ki gatividhi me bachho ko bahut kuch Naya sikhne Ka mauka milta hai ,or sath hi sath naye chizon se judne Ka mauka milta jisse bachhe Uske bare me jankari prapt Karne ki kosis bahut kuch Sikh lete hai......
ReplyDeleteखेल कूद की भीतरी और बाहरी दोनों गतिविधि जरूरी हैं इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है
ReplyDeleteIs module se bachhon ko swasthya se sambandhit baato ki achhi tarh se Marg darshan Kiya ja Sakta hai.
ReplyDeleteबच्चों को ऐसी शारीरिक गतिविधि करने के लिए प्रेरित करना चाहिए जिससे कि उनमें शारीरिक विकास के साथ साथ मानसिक विकास भी हो तथा कुछ सीखने को भी मिले
ReplyDeleteबच्चों के लिए खेलना उतना ही जरूरी है जितना कि पढ़ना खेलने से बच्चों का शारिरिक भावात्मक और सामाजिक विकास होता है। यह हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है
ReplyDeleteRamkishor Sharma
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है इन्हें हम स्कूल में विभिन्न माध्यमों से करा सकते है।
बाहरी और भीतरी गतिविधियाँ बच्चों की शारीरीक,मानसिक और सामाजिक तीनों के सवास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
ReplyDeleteA healthy mind lives in a healthy body.
ReplyDeleteएक स्वस्थ शरीर मे ही एक स्वस्थ मैं रहता है खेलना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है इसे उनका विकास होता है मानसिक और शरीरिक खेलना वैसे ही जरूरी है जैसे की पढ़ना |
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद और योग बहुत जरूरी है।
ReplyDeleteगतिविधि चाहे बाहरी हो या भीतरी। ये बच्चे को क्रियाशील बनाती है। बाहरी और भीतरी गतिविधि बच्चों का शारीरिक,मानसिक और बौद्धिक विकास कर उनका सर्वांगीण विकास में मदद् करती है। ये गतिविधियाँ बच्चे को हर परिस्थितियों का सामना करने के लिए परिपक्व बनाती है। इसलिए शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद,व्यायाम और गतिविधियाँ आवश्यक है।
ReplyDeleteJaisa ki hm jante hai ki swastha sharir Mai hi swastha mastisk Ka Vikash hota hai. Ishliye vidyalay Mai khel kud aur sharirk gatividhi karana ATI aawashyak hota hai jisse baccho Ka tan aur man dono hi tarwtaja rehta hai.
ReplyDeleteASHA GUPTA - P.S. JHARKATTI TOLA ( RASPAHARI) MYORPUR , SONBHADRA U.P
बाहरी और भीतरी गतिविधयों से शारीरिक मानसिक व सामाजिक विकास होता है वह स्वस्थ के लिए अति आवश्यक है क्योंकि बच्चे मोबाइल ज्यादा यूज करने लगे है l
ReplyDeleteबच्चों की बोरियत दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है खेलकूद आधारित गतिविधियां । जिनसे बच्चो का शारीरिक व मानसिक विकास साथ ही सामुदायिक सहभागिता के गुण सीखते हैं
ReplyDeleteबच्चों के विकास के लिए अर्जी आवश्यक है कि वो केवल पढ़ाई पर नही बल्कि अपने शारीरिक विकास पर उतना ही ध्यान दे। इससे उनका शारीरिक विकास तो होगा ही आठ ही साथ उनका मन तन भी तंदुरुत्त रहेगा ताकि पढ़ाई मव भी उनका मन अच्छे से लगा रहे।
ReplyDeletePhysical activities and yoga are necessary for over all development.
ReplyDeleteThe word health is a multi dimensional phenomena. Its importance starts from the time a human is born and lasts till one is alive..... healthy growth and development of children in all the dimension viz physical , mental , psychological and emotional is of great importance. All the physical training , mental and emotional drilling and training through various activities plays an important role in all round healthy development of a child and prepares them to face and deal with all the circumstances with a wit of his upbringing and experience........
ReplyDeleteIn gatividhyo se bachon ka sararik aur mansik vikas hota hai.
ReplyDeleteIs se bachon apni pareshaniyo ko bhulkar Anand main doob jaate hai jis se wo khush rah k pareshaniyon ka samna karna sikhte hai.
Khelna bacchon k liye bahut zaruri hai.khelne se bacchon ka sharirik ,mansik,avm samwargink vikas hota h .khelne se bacche khush hote hain
ReplyDeleteIn a healthy body ,resides a healthy n peaceful mind n soul which brings more concentration ,focus n better understanding towards the new learning of a child.As course motives holistic development
ReplyDeleteActivities से बच्चों का all round development होता है। इससे बच्चों का अधिगम स्थायी हो जाता है activities
ReplyDeleteबाल केन्द्रित होती है।इनमें बच्चे खुश
होकर भाग लेते हैं।
Better health is central to human happiness nd well being."The biggest enemy of health in the developing world is poverty."
ReplyDeleteInternal aur external activities se bacchon me physical, metal, intellectual aur social development hota hai
ReplyDeleteबच्चो की भीतरी और बाहरी दोनों प्रकार की गतिविधियाँ उनके भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देते हैं।
ReplyDeleteSangeeta Yadav(S.M.)
P.S.Sarangpur
गतिविधि चाहे बाहरी हो या भीतरी। ये बच्चे को क्रियाशील बनाती है। बाहरी और भीतरी गतिविधि बच्चों का शारीरिक,मानसिक और बौद्धिक विकास कर उनका सर्वांगीण विकास में मदद् करती है। ये गतिविधियाँ बच्चे को हर परिस्थितियों का सामना करने के लिए परिपक्व बनाती है। इसलिए शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद,व्यायाम और गतिविधियाँ आवश्यक है।
ReplyDeleteSharirik activities bachon ke sarvangin vikas me bahut important role nibhati h in gatividhiyo se bache tan aur man dono se swasth rahte h
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है। गतिविधि चाहे बाहरी हो या भीतरी ये बच्चे को क्रियाशील बनाती है। इससे बच्चो का उत्साह बना रहता है।
ReplyDeleteIn gatividhyo se bachon ka saririk aur mansik vikash hota h So ,"It has been rightly said a healthy body has a healthy mind.
ReplyDeleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक हैं।
ReplyDeleteबच्चों के लिए शारीरिक एवं मानसिक गतिविधियां, जिनमें इंडोर और आउटडोर गेम्स, योग, ध्यान आदि शामिल है, करना बेहद ज़रूरी है। इन गतिविधियों से बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास में तीव्रता आती है। वे अधिक बलशाली, फुर्तीले, तीव्र, चपल, एवं बुद्धिमान बनते जाते हैं। इन गुणों के आने से उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।
DeleteBaccho ke lie gtividhiya unke sharirik evam mansik swasthy ke lie atyant upyogi hoti hai.
Deleteखेलकूद से बच्चों का सर्वागीण विकास होता है और उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है I
ReplyDeleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करती है जो हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करती है।
Deleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करती है जो हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करती है।
DeleteIs gatividhio se bacho ke mansik or sharirik vikas hota h jiske duara bacho me atmaviswas awem atmanirbhar bane ke kabliyat aty h
Deleteस्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन निवास करता है खेलकूद के माध्यम से बच्चों का शारीरिक मानसिक एवं सामाजिक विकास किया जा सकता है
ReplyDeleteIn gatividhio se bacho ke mansik or sharirik vikas hota h jiske duara bacho me atmaviswas awem atmanirbhar bane ku kabiliyat aty h
ReplyDeleteखेलकूद के दिन प्रतिदिन की गतिविधियां हमारे शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास को प्रभावित करते हैं जो हमारे लिए सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है और यह हमारे संपूर्ण विकास में एक महत्वपूर्ण कारक है हैं
ReplyDeleteछात्रों को प्रारंभिक शिक्षा से ही स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक करना उनके दैनिक जीवन में उपयोगी है। बच्चों को खेलना पसंद भी बहुत होता है, वो ऐसे शिक्षक को ज्यादा पसंद करते हैं जो कि शिक्षण के साथ-साथ खेल भी कराते हैंं। खेल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक व साथ ही आपसी सामंजस्य धैर्य, निर्णय लेने की क्षमता, समय प्रबंधन, टीम बर्क, क्षमताओं का आंकलन, दिशा-निर्देशों का पालन व नेतृत्व कर्ता का गुण भी विकसित करते हैं।
ReplyDeleteVIBHA SHARMA
P.S.5
NAGAR SHAMLI
बच्चों को ऐसी गतिविधियों में सम्मिलित किया जाना चाहिए जो उनके शारीरिक विकास के साथ-साथ मानसिक विकास को भी प्रभावित करें
ReplyDeleteस्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन निवास करता है ।खेल कूद के माध्यम से बच्चों का शारीरिक ,मानसिक, एवं सामाजिक विकास किया जा सकता है ।
ReplyDeleteगतिविधियां बच्चों के स्वास्थ्य के हर पहलू जैसे कि मानसिक, सामाजिक व बौद्धिक स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी हैं ,इससे वो हमेशा खुद को तरोताजा महसूस करते हैं बोर नही होते।कहा गया है कि-"स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है।"
ReplyDeleteबाहरी और भीतरी गतिविधियां करने से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है
ReplyDeleteखेल कूद एवं गतिविधियों के माध्यम से बच्चो के शारीरिक एवं मानसिक विकास को बढावा मिलता है अतः बच्चो के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए यह एक आवश्यक पहल है
ReplyDeleteबच्चों की शारीरिक और मानसिक गतिविधियां उन्हें स्वस्थ और तरोताजा रखती है ,इन गतिविधियों को करने से उनका सर्वांगीण विकास होता है।
ReplyDeleteMera manpasand game hai badminton cricket football hocky esse fitness bni rhti hai aurmentally healthy rhta hai
ReplyDeleteAs both activities can make a person physically and mentally fit which is essential for the hundred percent growth of a person by which he/she can go ahead in their life.Its truly said that "Health is wealth".
ReplyDelete-FARKHANDA RASHID KHAN
U.P.S NAI BAZAR BHADOHI
बच्चो को मानसिक सुकून और कार्य करने की ऊर्जा मिलती हैं
ReplyDeleteबच्चो को मानसिक सुकून और कार्य करने की ऊर्जा मिलती हैं
ReplyDeleteबच्चो को मानसिक सुकून और कार्य करने की ऊर्जा मिलती हैं
ReplyDeleteशारीरिक गतिविधियां शरीर में रक्त संचार बढ़ाकर सभी अंगों को भोज्य पदार्थ पहुंचाती हैं एवं उत्सर्जी पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती हैं। जिसके कारण मनुष्य शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है।
ReplyDeleteUPS CHAUDIYAI
BLOCK - GANJDUNDWARA
DIST- KASGANJ (UP)
Savitayadav:- दोनों ही गतिविधियाँ बच्चे की शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास कर उनका सर्वांगीण विकास करने में मदद करती हैं। ताकि बच्चाजीवन में आने वाली हर चुनौती का सामना कर सके।
ReplyDeleteSwasthya sambandhit gatividhiyon se bachche saririk avam mansik roop se mazboot hote hai
ReplyDeleteजानवरो को उनकी रुचियों और क्षमताओं को ध्यान में रख कर काम दिया जाना चाहिये जिससे वह अपने कार्य को और अच्छी तरह से कर सके।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।
ReplyDeleteKhel kud se baccho ka sharirik aur mansik vikaas hota hai, Aur isse bacche seekhte hain.
ReplyDeleteएक स्वस्थ शरीर मे ही एक स्वस्थ मैं रहता है खेलना बच्चों के लिए बहुत जरूरी है इसे उनका विकास होता है मानसिक और शरीरिक खेलना वैसे ही जरूरी है जैसे की पढ़ना |
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे तरोताजा होकर बच्चे खुश होकर सीखने मे मन लगाते हैं
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है
ReplyDeleteSwasth sharir me hi swasth mn ka nirman hota hai isliye bachho ke liye gatividhi bahut aawashyak hai
ReplyDeleteखेल गतिविधियों से सारीरिक व मानसिक होता है जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास भी होता है,, बच्चे अपने आप को रिफ्रेश महसूस करतेहैं और खेल के बाद वो पढाई के लिये भी तरोताजा महसूस करतेहैं,,
ReplyDeleteबच्चों में भावनात्मक शारीरिक शक्तियों का विकास होता है
ReplyDeleteबच्चो को प्रारंभिक स्तर से ही शिक्षा के साथ -साथ ऐसी गतिविधिया कराया जाए जिससे वे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ -साथ सामाजिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से भी स्वस्थ हो सके।
ReplyDeleteखेल गतिविधियों से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में वृद्धि होती है। बच्चे क्रियाशील रहते है, पढ़ाई में रुचि लेते हैं।
ReplyDeleteप्रतिदिन खेल खेलने व गतिविधियों से शारिरिक व मानसिक मज़बूती मिलेगी
ReplyDeleteबच्चों को शिक्षा के साथ साथ खेल गतिविधियां नवीन ऊर्जा प्रदान करती है ।इनसे बच्चों की शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ता है ।
ReplyDeleteजिस प्रकार से बच्चों को शारीरिक स्वास्थ्य के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल - कुद अति आवश्यक है यह शरीर ओर दिमाग को रिफ्रेश करता है I
Delete
ReplyDeletesharirik mansik aur boddhik vikas ke liye bahri gatividhi aur bhitri gatividhi bahut jaruri h.
छात्रों को प्रारंभिक शिक्षा से ही स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक करना उनके दैनिक जीवन में उपयोगी है। बच्चों को खेलना पसंद भी बहुत होता है, वो ऐसे शिक्षक को ज्यादा पसंद करते हैं जो कि शिक्षण के साथ-साथ खेल भी कराते हैंं। खेल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक व साथ ही आपसी सामंजस्य धैर्य, निर्णय लेने की क्षमता, समय प्रबंधन, टीम बर्क, क्षमताओं का आंकलन, दिशा-निर्देशों का पालन व नेतृत्व कर्ता का गुण भी विकसित करते हैं।
ReplyDeleteचाहे वो आन्तरिक हो या बाहरी खेल जिनसे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके।
ReplyDeleteSame
ReplyDeleteकुछ खेल और गतिविधिया बच्चों के लिये आवश्यक होता है जिससे उनका समुचित शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से हो सके और वे स्वस्थ रहें ।जैसे जिग जैग दौड़ने मे से बच्चों मे फुर्ती आती है तथा उनका मानसिक स्वास्थ अच्छा रहता है
ReplyDeleteविद्यालय में पठन-पाठन के साथ साथ खेलकूद गतिविधियों की सहायता से भी सभी विद्यार्थियों के अंदर शारीरिक, सामाजिक, एवं मानसिक गुणों का विकास किया जा सकता है ।खेलों के माध्यम से उनमें साथ में सहयोग करने,समूहों मे रहने तथा भावी जीवन में अनुशासन का गुण उत्पन्न होने लगता हैं।
ReplyDeleteActivities affect the children ,s physical & mental health.
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां बहुत ही जरूरी है गतिविधियों से बच्चों को तंदुरुस्त बनाया सकता है जिससे वह अपना शारीरिक मानसिक और सामाजिक विकास कर सकते हैं इसीलिए कहा गया है कि स्वस्थ रहो मस्त रहो योग ही जीवन है
ReplyDeleteगतिविधि के माध्यम से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है
ReplyDeleteFor a student outdoor activities and indoor activities provide an ecosystem in which they learn lessons of life and side by side develop competitiveness as well as sportsmanship
ReplyDeleteसमग्र स्वास्थ्य के लिए खेल कूद बहुत आवश्यक है।इससे न केवल शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है।बच्चे हृष्ट पुस्त होने के साथ साथ उनमे संयम, निष्ठा,सहयोग,अनुसाशन जैसे सामाजिक गुडों का भी विकास होता है।अतः खेल को जीवन मे अवश्य शामिल करना चाहिए।
ReplyDeleteगतिविधयां बच्चों को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाती हैं।
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे refresh होकर खुशी- खुशी बच्चे सीखने मे मन लगाते हैं
ReplyDeleteखेलकूद गतिविधि के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ दोनों का विकास होता है
ReplyDeleteChildren have physical,mental and social development through activities. Also, by being refreshed, the children are happy to learn, and learn well by being happy. Therefore activities are necessary for the all round development of children.
ReplyDeleteAaaj kal ke baccho ko pubg bhot pasand h jisse unke saririk or mansik nhi ho pata.yadi v khelkud.gatividhi merengue to unke physically and mentally vihas hogs .Or v sick nhi nhi hinge.
ReplyDeleteहमे बच्चो को शुरू से ही भीतरी गतिविधियां तथा बाहरी गतिविधियां से जोड़ना चाहिए जिससे वह शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास को बड़ा सके। इससे बच्चो को energy मिलती हैं, वह सीखने के लिए तत्पर् रहते हैं और swachata के प्रति जागरूक भी होते हैं। किसी ने सच ही कहा है कि "स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मन का निर्माण होता हैं। " कुछ गतिविधियां- kailisthanikas, free hand exercise, marching drills, airobics, action song and dance and संगीत तालमेल आदि।
ReplyDeleteGatividhiyan bacchon ke sharirik aur mansik swasthya donon ko effective Karti Hain isase taaja hokar Khush hokar sikhane mein main man lagane lagte Hain
ReplyDeleteबच्चों के लिए गतिविधियां उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को प्रभावित करतीं है।इससे वह नवीन ऊर्जा का अनुभव करेंगे और उनका पढ़ाई में मन लगेगा।
ReplyDeleteबच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए वाह्य व आंतरिक गतिविधियां वास्तव में अत्यंत आवश्यक हैं।
ReplyDeleteखेल कूद से।बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते है।बच्चो में स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना उत्पन्न होती है। हार जीत जीवन का हिस्सा होता है उसे स्वीकारने की शक्ती आती है। हारने के बाद जीतने के लिये दुबारा कोशिश करने की सशक्त भावना को शक्ती मिलती है।
ReplyDeleteबच्चों के समग्र विकास और एकाग्रता के लिए शरीरिक गतिविधियों का होना , इनडोर या आउटडोर खेल में सहभागी होना नितान्त आवश्यक है। माता पिता हो या शिक्षक प्रोत्साहित करना चाहिए।
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