मॉड्यूल 2 - गतिविधि 1 : एक दृष्टिकोण
बर्फ़ की कल्पना करें। जो भी तुरंत आपके दिमाग में आता है उसे साझा करें। आपको कैसा लगेगा अगर कोई बर्फ़ के बारे में कुछ ऐसा साझा करता है जो आपके द्वारा साझा किए गए से बहुत अलग है? इस अंतर के कारण क्या हो सकते हैं?
चिंतन के लिए कुछ समय लें और कमेंट बॉक्स में अपनी टिप्पणी दर्ज करें ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।
ReplyDeleteबर्फ जल का एक ठोस रूप है। बचपन मैं जब भी बर्फ की वर्षा होती थी, दौड़ कर बर्फ उठा कर खाने लगता था। वह जीवन का रोमांचक क्षण होता था। आज हम बर्फ के बारे में बहुत कुछ जानते है और जानने की जिज्ञासा रखते हैं। धरती का एक बड़ा हिस्सा आर्कटिक महादेश कहलाता है। घरों में हमलोग रेफ्रिजरेटर में बर्फ जमा लेते हैं। आइस्क्रीम, कुल्फी खाने का आनंद मेरे बचपन को तरोताजा कर देता है।
DeleteWhen we imagine ice or snow, there comes in our mind the cold sensation, harness,whiteness, slippery ground, polar regions or tundra regions, Alaska or Siberia. Our way of narrating something can be varraying , but our idea can be same. So happens with students ability and behavior.
DeleteMost of the people will say that ice is cool and white and so on .I also agree with this but if someone statement differ I will not get annoyed and I will try to know the reason for differ .
Deleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।
Deletewhen i imagine ice , i think water freeze at zero degrees celsius and colour of the ice is white
DeleteWhen i look at ice it look like a solid structure ,it is of white colour and water is freezed in - zero degree celsius.
DeleteOne more point ice changes its matter when temperatures increase
Ice is cool
DeleteIce looks white and cool.
DeleteIt makes other thing cool
व्यक्तिगत गुण ही बच्चों की प्रगति का आधार हैं
DeleteWhite and cool.
DeleteIt is his internal,social, or cultural knowledge of its environment.
ठंडा।
Deleteजब मैं बर्फ के बारे में सोचता हूं तब मुझे महसूस होता है कि यह बहुत ठंडा होता है।
Deleteजब मैं बर्फ के बारे में कल्पना करती हूं तो मुझे ख्याल आता है बर्फ़ जल का ठोस रूप है। गर्मी में बर्फ़ खाना अच्छा लगता है और हम रेफ्रीजरेटर में बर्फ़ जाते है। पहाड़ों पर तो सर्दी में बर्फ़ पड़ा करती है।
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DeleteIf different children interpret one thing differently, teachers should respect their thoughy process and then proceed towards correct answer
Deleteबर्फ पानी का ठोस रुप होता हैं। बर्फ बोलने से ही ठंडा का अहसास होता है ।
Deleteऔर अंतर्मन में बर्फ का चिंतन करते हीं उस क्षेत्र के बच्चों के बीच शिक्षण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित होता है।
जब मैं बर्फ के बारे में सोचती हूँ तो मुझे ठंडी आइस्क्रीम याद आती हैं ।
DeletePani hmre jivan ke liye bhut avashyak hai AVN Pani ko peene per sharir mein main Pani ki Kami e dur hoti hai hamen main Pani ko ho baba dar nahin karna chahie
Deleteबर्फ को सोचते ही एक ठंडक का अहसास होता है। बर्फ को सोचते ही एक चौकोर ठोस आकृति का अहसास होता है।
Deleteमै जब भी बर्फ देखती हू मुझे प्रकृति का सुन्दर तोहफा लगता है।
DeleteWhen I imagine ice, I think water freeze at zero degrees celsius and colour of the ice is white
DeleteWhen I look at ice it look like a solid structure, it is of white colour and water is freezed in zero degree celsius.
One more point ice changes its matter when temperatures increase
जब मैं बर्फ के बारे में सोचती हूं तो मुझको आइस क्रीम खाने का मन करने लगता है
DeleteWhen i hear the word ice, the image first comes in my mind is that snow is falling on mountains.
Deleteबर्फ जल का ठोस रूप है।और बर्फ प्रकृति की सुंदरता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता है।
Deleteबर्फ देखकर मुझे सबसे पहले पानी की कल्पना होती है क्योंकि यह पानी का ही ठोस स्वरूप है। इसकी कल्पना करते ही मुझे ठंडक का अहसास होता है और इसकी हमारे जीवन में कई उपयोगिताएं है।
DeleteThis is cool and very hard
DeleteWhen I imagine about ice i feel super excited. I love it's milky white colour. Ice is a solid forms of water when water freeze on zero degree it forms in ice. Ice has no smell no taste.. I love its super cool nature.
Deleteमैं जब बर्फ देखती हूं तो मुझे अपना बचपन याद आता है गर्मियों में ठंडा ठंडा बर्फ छूना ना मुझे बहुत अच्छा लगता था
DeleteWhen I hear ice what comes to my mind is frozen water.very cool, etc
DeleteIce dekhne me white lagta hai.
ReplyDeleteTouch karne se thanda mahsus hota hai.
Mere anubhav pe
When I imagine ice, I think water freeze at zero degrees celsius and colour of the ice is white
DeleteWhen I look at ice it look like a solid structure, it is of white colour and water is freezed in zero degree celsius.
One more point ice changes its matter when temperatures increase.
बर्फ का नाम सुनते ही ठंड का अनुभव होता है
DeleteYes I agree.
ReplyDeleteWhen I imagine ice, I think water freeze at zero degrees celsius and colour of the ice is white
DeleteWhen I look at ice it look like a solid structure, it is of white colour and water is freezed in zero degree celsius.
One more point ice changes its matter when temperatures increase
White and cool.
ReplyDeleteIt is his internal,social, or cultural knowledge of its environment.
Yes NEP has done a revolutionary action because it is the demand of time that ensures education .
ReplyDeleteWhite and cool.
ReplyDeleteIt is his internal,social, or cultural knowledge of its environment
शरीर में जहां चोट लगी हो उस जगह पर बर्फ से सेकेंगे
ReplyDeleteशरीर में जहां चोट लगी हो उस जगह पर बर्फ से सेकेंगे
ReplyDeleteबर्फ देखकर मेरे दिमाग में अपने बचपन के दिन याद आये की हम कैसे मीठी बर्फ खरीद कर खाने के लिए परेशान रहते थे और उसे खरीदने के लिए पैसे कैसे मिले ये सोचते थे आज यह सोच कर अच्छा लग रहा है कि क्या वे दिन थे
ReplyDeleteबस से दोस्ती है बस ठंडी होती है गर्मी के दिनों में बर्फ का पानी पीना अच्छा लगता है शादी विवाह में जाते हैं तो पानी में बर्फ मिलाकर दिया जाता है । कभी-कभी डॉक्टर बर्फ का Sheikh करने के लिए भी बोलते हैं। हमारे बचपन में बर्फ की बनी हुई आइसक्रीम मिला करती थी।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।
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ReplyDeleteJab ham ice ki kalpana kerte han to hame apne ass pass thandak ka ehsas hota h
ReplyDeleteअपने अंतर्मन में बर्फ का चिंतन करते हीं उस क्षेत्र के बच्चों के बीच शिक्षण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित होता है।
ReplyDeleteबर्फ बहुत ठंडी होती है, जिसका उपयोग गर्मी के दिनों में किया जाता है, बर्फ बारी होते हुए देखना बड़ा अच्छा लगता है, बरसात में गिरने वाली बर्फ को खाना बडा अच्छा लगता है
ReplyDeleteबर्फ देखकर मुझे सबसे पहले पानी की कल्पना होती है क्योंकि यह पानी का ही ठोस स्वरूप है। इसकी कल्पना करते ही मुझे ठंडक का अहसास होता है और इसकी हमारे जीवन में कई उपयोगिताएं है।
ReplyDeleteAfter seeing ice, a thought came in my mind is it is in solid state and after melting it will be in liquid state. If other point of view will be different from me then I will appreciate that.
ReplyDeleteAfter seeing ice, a thought came in my mind is it is in solid state and after melting it will be in liquid state. If other point of view will be different from me then I will appreciate that.
ReplyDeleteWow...
ReplyDeleteसनसनाती हवा ... ठंड, कंपकपी....
सोचकर ही मजा आ गया....कब मौका मिलेगा....नजदीक से देखने का, जानने का...
बर्फ के विषय मे जो भी विचार साझा किए जाएंगे वो अलग अलग हो सकते हैं क्योंकि बर्फ के कई रूप व उपयोग होते हैं।
ReplyDeleteबर्फ का महत्त्व हमें भीषण गर्मी में समझ आता है
ReplyDeleteयह पानी का ही रूप है
मुझे यह देखकर खुशी है कि बाकी लोगों का विचार मुझसे अलग हैं क्योंकि यह ये दर्शाता है कि लोगो की सोच भिन्न चीजों के लिए अलग अलग है जो कि बहुत अच्छी बात है ।
बर्फ यानी पानी का अहम रूप ।यह एक ऐसा रूप है जोकि हमारे भारत में सबसे ज्यादा पीने योग्य पानी प्रदान करता है मा गंगा के द्वारा।बर्फ को देखकर जो खुसी होती है उसे साझा नहीं किया जा सकता । यह हमारे हिमालय पर्वत की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है ।इसके बिना तो कश्मीर कशमीर नहीं।
ReplyDeleteबर्फ यानी पानी का अहम रूप ।यह एक ऐसा रूप है जोकि हमारे भारत में सबसे ज्यादा पीने योग्य पानी प्रदान करता है मा गंगा के द्वारा।बर्फ को देखकर जो खुसी होती है उसे साझा नहीं किया जा सकता । यह हमारे हिमालय पर्वत की खूबसूरती में चार चांद लगा देता है ।इसके बिना तो कश्मीर कशमीर नहीं।
ReplyDeleteBarf ki kalpna Yadi ham sardi mein kre toh thandak ka ehsas hota hai.Magar garmi mein yadi kalpana kre toh man andar se anandit ho jata hai aur phir kalpana meinhi uske saath khelne ka man krjata hai.
ReplyDeleteबर्फ देखकर ईश्वरीय कृति देखने को मिली|साथ ही बहुत अकल्पनीय शान्ति महसूस हुई|
ReplyDeleteबर्फ देखकर ऐसा महसूस हुआ कि मैं श्वेत प्रदेश में आ गया
ReplyDeleteबर्फ को सोचने से सफेद जैसा लगता है या ऐसा लगता है जैसे कोई कंचा सामने रख दिया हो
ReplyDeleteWhen I thought about ice then I realized that we all should always stay always keep smooth
ReplyDeleteIf we are keeping our mind as hot then it could destroy the thing like happens with ice , when it comes to contact with hot it melts.
Bharf dhek kar mujhe sabse pahle Pani Ki Kalpana Hoti Hai Kyunki yah pani ka thos Swaroop Hai Iski Kalpana karte hue Mujhe Thandak ka Ehsaas hota hai .
Deleteबर्फ़ देखकर या उसके विषय में सोचकर ठंडक जैसे भाव की अनुभूति होती है।
ReplyDeleteबर्फ़ देखकर या उसके विषय में सोचकर ठंडक जैसे भाव की अनुभूति होती है।
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना मेरे दिमाग में सर्वप्रथम उसके रंग व ठंडी प्रवृति का एहसास दिलाती है। मेरे हिसाब से बर्फ को प्राकृतिक या कृत्रिम संरचना के अलग-अलग रुपों में देखा जाना चाहिए । प्राय: सभी टिप्पणियां यहां एक दूसरे से भिन्न है। इसका प्रमुख कारण सभी लोगों के अलग-अलग दृष्टिकोण व उनके संबंधित अनुभवों हो सकते हैं। धन्यवाद 🙏🙏
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना मेरे दिमाग में सर्वप्रथम उसके रंग व ठंडी प्रवृति का एहसास दिलाती है। मेरे हिसाब से बर्फ को प्राकृतिक या कृत्रिम संरचना के अलग-अलग रुपों में देखा जाना चाहिए । प्राय: सभी टिप्पणियां यहां एक दूसरे से भिन्न है। इसका प्रमुख कारण सभी लोगों के अलग-अलग दृष्टिकोण व उनके संबंधित अनुभवों हो सकते हैं। धन्यवाद 🙏🙏
ReplyDeleteबर्फ जल का ही एक रूप है।जब हम इसकी कल्पना करते हैं तो बचपन की याद आती है कि जब भी वर्षा होती थी हम वर्षा की बूंदों में बर्फ के टुकड़े गिरने का इन्तजार करते थे कि अब बर्फ का टुकड़ा गिरेगा ,तभी अचानक दो -चार बर्फ के टुकड़े गिरने लगते थे ,तब उस बर्फ के टुकड़े को हाथ में लेकर उसके ठंडेपन का आनंद लेते थे। आज हम बर्फ के बारे में बहुत कुछ जानते हैं व जानने की जिज्ञासा रखते हैं ।
ReplyDeleteबर्फ जल का एक ठोस रूप है। अगर हम बर्फ को हाथ में लेंगे तो इसे स्पर्श करते ही ठंडा महसूस होगा। तापमान बढ़ने के साथ यह हाथ में ही पिघलना शुरू कर देगा। जल को कम तापमान में रखने पर बर्फ बनता है। और बर्फ को अधिक तापमान में रखने पर यह स्वतः जल में परिवर्तित होने लगता है। इसे देखने यह समझने का दृष्टिकोण अलग अलग हो सकता है। कुछ लोग इसे जल का ठोस स्वरूप में लेंगे, कुछ ठोस वस्तु के रूप में। खासकर बच्चे इसके स्वाद और आकर में खाने वाला बर्फ या आइसक्रीम के रूप में बतायेंगे, कि इसका रंग भी होता है और इसमें स्वाद भी होता है। जबकि बर्फ रंगहीन, स्वादहीन एक ठोस आकर होता है।
ReplyDeleteबर्फ के बारे में यदि कोई अपना ऐसा विचार साझा करे जो हमारे द्वारा साझा नही किया गया हो तो हमारा ध्यान तुरन्त पानी के उन अनेकों रूपों की ओर जायेगा । जिन रूपों में पानी या वर्फ हमारे सम्मुख पायी जाती है
ReplyDeleteबर्फ के बारे में यदि हम कल्पना करें तो हमारा ध्यान इस विषय पर जाता है कि पदार्थ के विभिन्न अवस्थाओं में बर्फ तीनों अवस्थाओं को पूरा करता है विद्यालय में बच्चे बारिश के दिनों में ओला करने पर बर्फ के छोटे-छोटे टुकड़ों को लेकर हाथों में लेते हैं और उन्हें एक रूप से दूसरे रूप में बदलते हुए देखते हैं इसके अलावा और हमारा यह भी दृष्टिकोण इससे बनता है कि किसी भी वस्तु को देखने और समझने का अपना अपना नजरिया और तरीका होता है अर्थात कहने का मतलब यह है कि हर व्यक्ति अपने हिसाब से उसको सोचता और समझता है तथा एक परिणाम पर पहुंचता है
ReplyDeleteबर्फ के बारे मे सोचते ही ठंडक का अहसास होता हैऔर फिर बर्फ की ठोस आकृति दिमाग में आती है।आइसक्रीम कुल्फी खाने का मन करता है।
Deleteयदि किसी के द्वारा बर्फ के बारे में वो विचार साझा किया जाता है जो हमारे द्वारा साझा ना किया गया हो तो हमारे मन में तुरन्त बर्फ के अनेक रूपों के बारे में विचार करने लगता है जैसे बर्फ पहाड़ों पर सफेद चादर की तरह बिछी होगी, बर्फ पत्थर की तरह ठोस होगी आदि आदि
ReplyDeleteबर्फ का नाम लेते ही आँखों के सामने पहाड़ों पर पसरी चमकती हुई सफेद चादर का दृश्य आ जाता है, जो मन को एक सुकून दे जाता है।
ReplyDeleteमेरे साथी ने बर्फ के लिये आसमान से गिरने वाले ओलों का जिक्र किया।
हम दोनों के दृष्टिकोण में समानता यह है कि हम ने प्रकृति का उल्लेख किया और अंतर यह है कि एक ने समतल मैदानों में होनेवाली ओलावृष्टि जिक्र किया तो एक ने पहाड़ी इलाकों की बर्फबारी का।
बर्फ की कल्पना करने से मेरे सामने बर्फ से पूरी तरह से ढका हुआ पहाड़ का दृश्य आता है जिसकी कल्पना कर मन रोमांच से भर उठता है| ग्लेशियर से बहता हुआ बर्फीले पानी मन को असीम शांति और रोमांचकता से भर देता है|
ReplyDeleteयदि कोई मेरे द्वारा साझा किये गए बर्फ की कल्पना से भिन्न कल्पना साझा करता है तो उनसे भी मुझे बहुत कुछ सीखने और जानने को मिलेगा, कयोंकि सभी के अपने अपने दृष्टिकोण होते हैं|
धन्यवाद
बर्फ की कल्पना करने से ठंडक का एहसास होता है। यह ठोस के रूप में होता है और धीरे-धीरे पिघल कर पानी के रूप में बदल जाता है। इसका कोई निश्चित आकार हो सकता है। सभी लोगों का अपना-अपना दृष्टिकोण होता है इसलिए बर्फ के विषय में साझा की गई बातें भिन्न भिन्न हो सकती हैं। धन्यवाद। कुमारी मधुलिका , मध्य विद्यालय अथमलगोला ,पटना, बिहार।
ReplyDeleteIt is a solid form of water at minus temperature ,at normal temp it melted down.It gives cool effect when touched,even we enjoy icy drink in hot summer.It can occupy the shape of container when pore it any utensils.Everyone have different view regarding this. Thank you so much.....Sweety, M.S.Athmalgola,Bihar
ReplyDeleteबर्फ, से बर्फ का गोला याद आ गया। मैं क्यों बचपन की बात करूँ। मैं तो आज भी गर्मी के दिनों में बर्फ़ का गोला खाने के लिए लालायित रहता हूँ।
ReplyDeleteसभी का वस्तु के साथ अनुभव अलग अलग हो सकता है। इसलिए किसी भी वस्तु के साथ विचार उस व्यक्ति के अनुभव, परिवेश पर पड़ता है। विचार का अलग होना वैसा ही जैसे व्यक्ति का डीएनए।
धन्यवाद
Ice...garmi m thandi ka ehsas
DeleteApne bachman ki sharartein had aayu hai.
Solid at 0 degree Celsius and after that it starts to melt in liquid form.
Aur antar ye h ki har ek insaan ko har ek chij ko dekhne ka najariya alag hota hai.
Someone has positive thoughts and someone has negative thoughts.
बर्फ, से बर्फ का गोला याद आ गया। मैं क्यों बचपन की बात करूँ। मैं तो आज भी गर्मी के दिनों में बर्फ़ का गोला खाने के लिए लालायित रहता हूँ।
ReplyDeleteसभी का वस्तु के साथ अनुभव अलग अलग हो सकता है। इसलिए किसी भी वस्तु के साथ विचार उस व्यक्ति के अनुभव, परिवेश पर पड़ता है। विचार का अलग होना वैसा ही जैसे व्यक्ति का डीएनए।
धन्यवाद
बर्फ, बर्फ के बारे में जब भीं आँखें बंद करके सोचता हूँ शरीर में कम्पन सा महसूस होने लगती है . जब मै गंगटोक घूमने गया था तो लगा था खूब बर्फ के मजे लुंगा और लिया भी लेकिन अगले दिन से ही लगातार बर्फ़बारी होने लगी और बहुत ज्यादा हुई ...
ReplyDeleteउस समय से लगा जो जिस परिवेश में है वहीँ उसके लिए ठीक है . हाँ , मगर बर्फ का मजा लेने का मजा ही कुछ और है. प्रकृतिक का मजा लेना चाहिए .
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ReplyDeleteजब मैं बर्फ की कल्पना करता हूं तो हिमालय पर लदी बर्फ मेरे मन मस्तिष्क में उभर कर आती है, जो मुझे रोमांचित कर देते हैं।
ReplyDeleteअगर कोई इससे अलग साझा करें तो उनके विचार से मैं सहमत होऊंगा, क्योंकि एक ही शब्द से संबंधित हर एक का विचार उनके अनुभव, शिक्षा, संस्कृति, दृष्टिकोण और सामाजिक पृष्ठभूमि के आधार पर अलग हो सकते हैं।
baraf ko vaise to kai bar Dekha Aur chhua Hai per Jab pahli bar sonmarg Mein Barf Ko Girte hue dekha to Barf ka Ek Naya Roop dekhne Ko Mila baraf Girte hi Laga Jaise Sara sonmarg Safed Chadar se dha gaya ho aur per khane se Adhik khelne Mein maja Aata Hai
ReplyDeleteIce ki duniya mai kashmir me dekhi thi etna thand . Pighalkar pani k rup le leti hai. Ice bhut kam v aati hai dincharya me.
ReplyDeleteBarf jal ka ek roop h.bachpan me barf khane me bhut mja ata tha.jab pani barsta h oar ole padte h to jmeen sphed dikhne lgti h ajkal to barf to frij me bn jati h chot lgne par sikai ki jati h..
ReplyDeleteBarfe ek those padarth hai jo pighalne ke bad tharal padharth ban jata hai.
Deleteबर्फ का नाम लेते ही भारत का सरताज हिमालय आंखों के समक्ष खड़ा हो जाता है शांति तपस्या साधना का स्थान जो अपने सांसारिक तनाव चिंता से दूर सुरम्य वातावरण प्रदान करता है
ReplyDeleteबर्फ पानी का ठोस रुप होता हैं। बर्फ बोलने से ही ठंडा का अहसास होता है ।
ReplyDeleteBarf baccho k sath - sath bado ko bhi bhut acchi lagti h..barf ko ham kai jagah par dekhte h..jab barish k sath barf girti h tab bacche bhut anand lete h...
ReplyDeleteI'm kishwer riayz PS choundi Sehore mp every child has their own ability and quality we should teach them like that they don't lose their capability their strength
ReplyDeleteBaraf dekh kar mere man mein tandhi khaga ke yaad aati hai aur baraf dekhne me safad hota hai aur mujhe dusre ko iss ke bare me sunne me anand aa ta hai
ReplyDeleteबचपन से बर्फ के बारे में जाना है। बचपन में भी जब कभी बर्फ कहना होता तो बहुत जिद करके बर्फ खाते थे। आज भी जब बारिश के साथ बर्फ आता है तो हम उस बड़े चाव से खाते है और चेहरे पर मसाज भी करते है।बचपन में सिर्फ सुना था बर्फ खाने की चीज है। जब बड़ी हुई तो जाना की बर्फ से तरह तरह के उपचार भी किए जाते है। जैसे चोट में और सूजन में इसका इस्तेमाल किया जाता है
ReplyDeleteशीला कुमारी ( शिक्षिका)
P S maheshpur
बर्फ का नाम सुनते ही मन में आइसक्रीम और बर्फ से बनने वाले जूस की याद आती है । बर्फ का उपयोग विभिन्न उद्योगों में भी बहुतायत से होता है ।
ReplyDeleteबर्फ शब्द मन में आते ही इसके विभिन्न प्रकार के उपयोगो के बारे में विचार उत्पन्न हुए। बचपन की कुछ यादें ताजा हो गई। मैं बचपन में आइसक्रीम, कुल्फी खाता था और आज भी मुझे याद है कि पहले हमारे फ्रिज नहीं होता था तो बर्फ लाने के लिए हमें पड़ोसी के यहां जाना पड़ता था और जब मैं और मेरा भाई बर्फ लेकर आते थे तो थैली को हम फेंक देते थे और नंगे हाथों से ही लेकर आते थे । अब खुद के घर में फ्रीज होने पर भी वह मजा नहीं आता जो मजा तब आता था। कभी-कभी बर्फ के टुकड़ों से खेलते थे , अपने शरीर पर मलते थे । आज बचपन की यादें ताजा हो गई।
ReplyDeleteसूरज कुमार
When i think about ice, i feel like I am at Greenland and I can see Penguin and Polar bear.
ReplyDeletebarf ke nam se aayiskream yad aati hai . kulfi ki yad aati hai .
ReplyDeleteबर्फ शब्द का विचार मन में आते ही शीतलता का अनुभव होने लगता है I बर्फ पानी का ठोस स्वरूप होता है I बचपन में आइसक्रीम खाते थे तो उसकी ठंडक को महसूस किया करते थे I बर्फ के गोलों, टुकड़ों को एक-दूसरे पर फेंकना और मस्ती करना बड़ा अच्छा लगता है I कई बार फ्रिज में से बर्फ निकालकर उसके साथ खेलना भी भाता है I हमारा एक महाद्वीप तो बर्फ से ही बना हुआ है - अंटार्कटिका I बर्फ का प्रयोग पानी को अधिक शीतल करने आदि में भी किया जाता है I हलकी बर्फ़बारी में घूमने का मन करता है ...
ReplyDeleteजैसे ही मैंने बर्फ के बारे में सोचा वैसे ही मुझे याद आया की जब हमारे घर में फ्रिज नहीं हुआ करती थी तो हम गर्मियों के दिनों में कैसे पानी को ठंडा करने के लिए बाहर से बर्फ को खरीद कर लाते थे और उसको पानी में डुबोकर अपने पानी को ठंडा करते थे ।ठंडा पानी पीने के बाद हम ताजगी का अनुभव करते थे। बर्फ हमें ऊर्जा प्रदान करती थी जो गर्मी से लड़ने में सहायक होती थी।
ReplyDeleteइसके अलावा जब हम गांव में रहते थे तो कैसे गर्मी के दिन में हम तालाब नहर आदि में नहाने के लिए जाया करते थे । जिनका पानी ठंडा होता था क्योंकि पानी गतिशील रहता था और अपने अंदर उर्जा को समेटे रहता था और उस ठंडे पानी से नहाने के बाद हम यह हमारा शरीर ताजगी का अनुभव करता था।
यही नहीं हम गर्मी के दिनों में जहां पर छायादार पेड़ों के नीचे नल लगा होता था उस नल का पानी पीते थे जोकि मुझे बर्फ की तरह ठंडा लगता था।
सुबह-सुबह जब मैं खेतों का टहलने जाया करता था तो नंगे पैर जाने पर जो ओस की बूंदे पैर में चिपकती थी तो एक बेहद ही बर्फ के ठंडे की तरह के अनुभूत हमको होती थी। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि निश्चित रूप से आज जो बर्फ है वह हम पुराने दिनों में विभिन्न रूपों में जल के रूप में प्रयोग कर चुके हैं इसलिए आज अपना बाल काल निश्चित रूप से ही याद आ गया
बर्फ इस शब्द को सुनकर मेरे मस्तिष्क में सबसे पहला जो विचार आया वह यह है कि हम बचपन में जब गांव में बर्फ बेचने वाला आता था तो वह पत्ते पर भर देता था और उस पर कौन बड़े चाव से खाया करते थे और उसमें उस बर्फ के रस को चूसने के बाद उसको हम हाथ में से पकड़ कर और उसको ठंडा ठंडा महसूस करते थे छूकर और प्रत्येक व्यक्ति का अनुभव अलग अलग होने का कारण यह है कि प्रत्येक व्यक्ति की रुचियां में प्रत्येक व्यक्ति की चिंतन क्षमता भी ने प्रत्येक व्यक्ति अभिवृत्ति भिन्न है विभिन्न वस्तुओं के प्रति यह कारण हो सकता है कि आपको कक्षाओं में विभिन्न उत्तर मिले किसी वस्तु को लेकर क्योंकि देखने का दृष्टिकोण हर व्यक्ति का अलग हो सकता है
ReplyDeleteजैसे ही मैंने बर्फ के बारे में सोचा वैसे ही मुझे याद आया की जब हमारे घर में फ्रिज नहीं हुआ करती थी तो हम गर्मियों के दिनों में कैसे पानी को ठंडा करने के लिए बाहर से बर्फ को खरीद कर लाते थे और उसको पानी में डुबोकर अपने पानी को ठंडा करते थे ।ठंडा पानी पीने के बाद हम ताजगी का अनुभव करते थे। बर्फ हमें ऊर्जा प्रदान करती थी जो गर्मी से लड़ने में सहायक होती थी।
ReplyDeleteइसके अलावा जब हम गांव में रहते थे तो कैसे गर्मी के दिन में हम तालाब नहर आदि में नहाने के लिए जाया करते थे । जिनका पानी ठंडा होता था क्योंकि पानी गतिशील रहता था और अपने अंदर उर्जा को समेटे रहता था और उस ठंडे पानी से नहाने के बाद हम यह हमारा शरीर ताजगी का अनुभव करता था।
यही नहीं हम गर्मी के दिनों में जहां पर छायादार पेड़ों के नीचे नल लगा होता था उस नल का पानी पीते थे जोकि मुझे बर्फ की तरह ठंडा लगता था।
सुबह-सुबह जब मैं खेतों का टहलने जाया करता था तो नंगे पैर जाने पर जो ओस की बूंदे पैर में चिपकती थी तो एक बेहद ही बर्फ के ठंडे की तरह के अनुभूत हमको होती थी। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि निश्चित रूप से आज जो बर्फ है वह हम पुराने दिनों में विभिन्न रूपों में जल के रूप में प्रयोग कर चुके हैं इसलिए आज अपना बाल काल निश्चित रूप से ही याद आ गया
I guess ice is cold and solid
ReplyDeleteबर्फ इस शब्द को सुनकर मेरे मस्तिष्क में सबसे पहला जो विचार आया वह यह है कि हम बचपन में जब गांव में बर्फ बेचने वाला आता था तो वह पत्ते पर भर देता था और उस पर कौन बड़े चाव से खाया करते थे और उसमें उस बर्फ के रस को चूसने के बाद उसको हम हाथ में से पकड़ कर और उसको ठंडा ठंडा महसूस करते थे छूकर और प्रत्येक व्यक्ति का अनुभव अलग अलग होने का कारण यह है कि प्रत्येक व्यक्ति की रुचियां में प्रत्येक व्यक्ति की चिंतन क्षमता भी ने प्रत्येक व्यक्ति अभिवृत्ति भिन्न है विभिन्न वस्तुओं के प्रति यह कारण हो सकता है कि आपको कक्षाओं में विभिन्न उत्तर मिले किसी वस्तु को लेकर क्योंकि देखने का दृष्टिकोण हर व्यक्ति का अलग हो सकता है
ReplyDeleteबर्फ का स्मरण करते ही निम्न प्रकार की अनुभूति होती है - 1. बर्फ से लदे हुए पहाड़ 2. खाने वाला बर्फ का गोला 3. फ्रिज में जमा हुआ बर्फ़
ReplyDeleteIce is one of the state of liquid... mountains r covered with the thick sheets of ice n in extreme temperatures it mealts out in the form of rivers...
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना करने से ठंडक का एहसास होता है। यह ठोस के रूप में होता है और धीरे-धीरे पिघल कर पानी हो जाता।ठंडा पानी पीने के बाद हम ताजगी का अनुभव करते थे। बर्फ हमें ऊर्जा प्रदान करती थी जो गर्मी से लड़ने में सहायक होती थी। Rukhsana Anjum ,bibi pakar middle school darbhanga
ReplyDeleteBarf, sunte hi thandak ka ahsas hone lagta h pahadon par barf ko girte hue abhi tak aankho se to nhi dekha h lekin jab bhi kisi picture ye nature scene me dekhti hu to bhut accha lagta hai.. Aur barf se nirmit ice cream, jise main thand me bhi kha sakti hu. Mujhe bhut pasand hai..
ReplyDeleteA P kachchap
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना
रूई के फाहो की तरह आसमान से गिरती हुई बर्फ ।सतह पर बिखरी हुई सफेद चादर सी बर्फ
बर्फ पानी की एक ठोस अवस्था है ... इसे छूने पर ठंडी अनुभूति होती है ... इसका उपयोग आइसबॉक्स में भोजन को ठंडा करने और संरक्षित करने के लिए किया जाता है .... यह रक्त के थक्के को नष्ट करने में भी मदद करता है, इसलिए हमने चोट के दौरान बर्फ का इस्तेमाल किया।
ReplyDeleteबर्फ ठोस अवस्था मे होती है और बहुत ठंडी होती है
ReplyDeleteWhen I thought about ice,suddenly melted glacier came in my mind. Because of global warming our environment is effecting and all this happening in our surrounding. This thing came in my mind coz may be I am too aware for ecology system.
ReplyDeleteWhen I imagine ice, I think water freezes at zero degrees celsius and colour of the ice is white
DeleteWhen I look at ice it look like a solid structure, it is of white colour and water is freezed in zero degree celsius.
One more point ice changes its matter when temperatures increase.
बर्फ का नाम सुनते ही ठंडक का एहसास होता है।यह भी विचार आता है कि यह गर्मी से पिघल् कर पानी बन जाएगा।यह द्रव की ठोस अवस्था है।
ReplyDeleteबर्फ पानी की एक ठोस अवस्था है ... इसे छूने पर ठंडी अनुभूति होती है ... इसका उपयोग आइसबॉक्स में भोजन को ठंडा करने और संरक्षित करने के लिए किया जाता है .... यह रक्त के थक्के को नष्ट करने में भी मदद करता है, इसलिए हमने चोट के दौरान बर्फ का इस्तेमाल किया।
ReplyDeleteIce is the solid form of water
ReplyDeleteAlways we think that ice is something which can melt after some time. Difficult to keep in touch for long time
ReplyDeleteबर्फ का हम बचपन मे गोला खाते थे।फ्रिज से बर्फ निकाल कर उसको पिघलता हुए देखते थे।सोचते थे यह कैसे पिघल रही है? बचपन का यह अनुभव बहुत रोमांचक लगता था।
ReplyDeleteBarf ka tukda humein ye ehsaas dilata hai ki koi wastu ya prani tukcha nahi. Ik aakar hin jal us kathor barf ka roop dharan kar leti hai to ik insaan v waqt ke anusar utna hi takatwar ho sakta hai.
ReplyDeleteबर्फ शब्द सुनते ही मुझे एक बेहद ठंडा और अच्छा अनुभव होता है।जैसे गरम गरम वातावरण में वर्षा से अच्छी अनुभूति होती है उसी प्रकार बर्फ एक ठंडा तथा सुखद एहसास करवाती है l
ReplyDeleteबर्फ बहुत ठंडी होती है, जिसका उपयोग गर्मी के दिनों में किया जाता है।
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना से मन मे उस आइस क्रीम की छवि उभरती है जिसे बचपन मे गावँ की गलियों में बेचा जाता था।या जो कभी कभी वर्षा के रूप में गिरती है
ReplyDeleteबर्फ पानी का ठोस रूप है गर्मी आते ही बर्फ बहुत अच्छी लगती है और पहाड़ों पर हिमालय पर जहां बर्फ गिरती है वहां बहुत सुंदर लगता है या तो कश्मीर की वादियां तो बर्फ से ढकी रहती हैं बर्फ को देखना बहुत शोभिनी है
ReplyDeleteजल का ठोस रूप ही बर्फ हे, बचपन में बर्फ के गोले आज भी दिल में आते हैं, बचपन का वो आनंद वो बारिश के ओले (बर्फ ) भई वाह
ReplyDeleteCool
ReplyDeleteबर्फ से बना पानी जो हिमालय की गोद से निकलता है बिल्कुल शुद्ध होता हैं
ReplyDeleteबर्फ से बना पानी शुद्ध होता हैं इसलिए गंगा नदी को पवित्र मन जाता है लेकिन यह बर्फ प्राकतिक रूप से संग्रहित हो,
ReplyDeleteबर्फ का नाम लेते ही हिल स्टेशन की छवि मानसिक पटल पर उभर जाती है| पूर्व का स्विटजरलैंड कहा जाने वाला कटाओ जीवंत हो उठता| किसी दूसरे व्यक्ति के विचारों का मेरे विचार से विसंगति स्वाभाविक है | प्रत्येक व्यक्ति का किसी वस्तु,व्यक्ति या स्थान आदि के प्रति दृष्टिकोण उसके ज्ञान,पूर्व अनुभव ,स्थिति आदि पर निर्भर करता है |
ReplyDeleteDifference of perception and difference in experience could be the reason. It interests me if something that I can't perceive is explained to me....... with facts and proof.....
ReplyDeleteAfter seeing ice, a thought came in my mind is it is in solid state and after melting it will be in liquid state. If other point of view will be different from me then I will appreciate that.
ReplyDeleteर्फ का नाम लेते ही हिल स्टेशन की छवि मानसिक पटल पर उभर जाती है| पूर्व का स्विटजरलैंड कहा जाने वाला कटाओ जीवंत हो उठता| किसी दूसरे व्यक्ति के विचारों का मेरे विचार से विसंगति स्वाभाविक है | प्रत्येक व्यक्ति का किसी वस्तु,व्यक्ति या स्थान आदि के प्रति दृष्टिकोण उसके ज्ञान,पूर्व अनुभव ,स्थिति आदि पर निर्भर करता है |
ReplyDeleteBarf Ka nam lete hi mughe mlai barf ki yad aa jati h .bchpn Mai hmlog barf bhut khate the .
ReplyDeleteNamita kumari UMS Rampurmadho
Ice ke bare me imagine krte hue mujhe himalaya ki uchi chotiyon ka samran hota hai.
ReplyDeletePratek wekti ka sochne smjhne ki ability different hoti hai. Ise liye jab ve ice ke bare me imagine krte hai toh unka vichar differ krta hai. Ye unke social life and personal life pe depend krta hai.
बर्फ शब्द का नाम सुनते ही मन में एक ऐसा प्रतिबिंब बनता है जो कुछ दिन पहले हमने मार्केट में देखा था।
ReplyDeleteसाथ ही इसके कठोरता एवं शीतलता का भी आभास मालूम होता है।इसके बाद इस बर्फ के टुकड़े का जो उपयोग किया गया इसका भी मन में कुछ विशिष्ट यादें आती है।
फिर मन सोचने लगता है यह किस तरह से पानी के रूप में बदलने लगा। यह ठोस के रूप में ज्यादा समय तक क्यों नहीं रहा।अन्य भी बाते जो तार्किक है मन को झकझोरती हैं।
यदि गरमी का मौसम हो हो तो बर्फ़ का नाम सुनते ही राहत की अनुभूति होती है, लेकिन ठंडी के मौसम में इसका नाम भी कंपकपी तथा ठंड का एहसास करवा सकता है ।
ReplyDeleteबर्फ़ के विषय में सोचकर ठंडक जैसे भाव की अनुभूति होती है।
ReplyDeleteबर्फ़ के विषय में सोचकर ठंडक जैसे भाव की अनुभूति होती है।
ReplyDeleteबर्फ जल का एक ठोस अवस्था है लेकिन पिघलने पर वह द्रव अवस्था में हो जाता है। बर्फ का उपयोग गर्मी के दिनों में अधिक किया जाता है। बर्फ बहुत ठंडी होती है जिसके कारण बर्फ में रखी वस्तु जल्दी खराब नहीं होती है। इस प्रकार बर्फ की अनेक उपयोगिताएं है।
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना करते ही सबसे पहले जो दिमाग में आता है कोई सफेद ठोस जो बहुत ठंडा होता है और कहीं रखते ही कुछ देर में पानी बन जाता है।
ReplyDeleteजब हमारे यहां कभी कभी ठंड में बारिश होती है तो बहुत बर्फ की बारिश होती है और बर्फ का एक परत जम जाता है जिसमे बच्चे बहुत मजे से खेलते हैं
बर्फ मतलब.... ठंडा.... गर्मी का मौसम... नानी का घर.... फ्रिज़ में जमाना और खाना.... हाथ में गलने तक लिए रहना...
ReplyDeleteBarf Ko hamne kai roopo me dekha hai. Khane me Jaise ice-cream,shikanji,thada Pani..garmiyon me to aur bhi Anand milta h barf Ko dekhkar..mujhe ek krati yaad aati hai ''Thele par Himalaya'' jisme Pani k those roop ka bhut hi Sundar varnan hai...
ReplyDeleteबर्फ को देखकर ठंडक का अहसास दिमाग को तनाव मुक्त कर देता है।
ReplyDeleteराष्ट्रीय शिक्षा नीति, उसकी रूपरेखा, पाठ्यचर्या व इनके प्रकार और शिक्षा-शास्त्र की एक अच्छी समझ विकसित करने पर केन्द्रित है जिससे विभिन्न असाधारण परिस्थितियों, जिनमें COVID-19 भी सम्मिलित है, में विविधता को स्वीकार किया जा सके और समावेशी कक्षाओं का निर्माण किया जा सके।
ReplyDeleteI think snow means soft pure cold nd beautiful all the reasons may be individual differences in humans.
ReplyDeleteबर्फ को देखकर सबसे पहले उसके ठंडे होने की अनुभूति होती है उसके बाद हम यह देखते हैं कि बर्फ पिघलकर पानी बन जाती है उसके बाद पानी को गर्म करने पर भाप बन जाती है । इसका मतलब यह पदार्थ की तीनों अवस्थाओं का बोध कराती है । बच्चे बर्फ को आइस क्रीम व ओलावृष्टि को अनुभव करके समझ सकते हैं । हम उनके दृष्टिकोण को भी महत्ता देनी चाहिए ।
ReplyDeleteBarf k bare me Kalpna krne pr mujhe barf ka gola(kala Katta) yd aa gya . Thanda thanda cool cool
ReplyDeleteअपने अंतर्मन में बर्फ का चिंतन करते हीं उस क्षेत्र के बच्चों के बीच शिक्षण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित होता है।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteBaraf ki Kalpana se sarvpratham Mere dimag main aata hai ki Barf ka rang Safed Hota Hai joki Shanti aur swachhata ka Pratik bhi Mana jata hai Barf Thandi hoti hai aur yah pani ka hi thos roop hai
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना करने पर मेरे मन में बर्फ से ढके हुए पहाड़ का दृश्य सामने आता है इसके अतिरिक्त कुछ छोटे बच्चे बर्फ खाते हुए दिखाई देते है।
ReplyDeleteयदी किसी व्यक्ति के विचार बर्फ की कल्पना करते हुए मुझसे बिल्कुल अलग है तो मेरे मन में कुछ उत्सुकता रहेगी कि क्यों अलग- अलग व्यक्ति किसी एक ही वस्तु के बारे में भिन्न - भिन्न विचार रखते हैं।
मेरे विचार से इसका कारण यह हो सकता है कि हर व्यक्ति का अपना एक अलग सामाजिक परिवेश होता है जिसके कारण उसकी सोच भी उसी सामाजिक परिवेश के अनुसार बदलती रहती है।
पानी का ठोस रूप बर्फ है । बर्फ का उपयोग बहुत से कामो के लिए किया जाता है । बर्फ का आकार और आयतन निश्चित होता है ।गर्मी पाकर बर्फ पिघल कर पानी बन जाता है और ठण्डी पाकर फ़िर बर्फ बन जाता है ।
ReplyDeleteबर्फ का नाम सुनते ही वो अनुभव ताज़ा ही जाते है जब गर्मी के दिनों में हम बच्चे एक दूसरे की कमीज के अंदर बर्फ के टुकड़े डाल देते थे और वो मम्मी मम्मी कह कर बर्फ की ठण्डक को सहन करते हुए इधर से उधर भागते रहते थे।
ReplyDeleteतब नही पता था कि ये बर्फ ही व्यहारिक रूप में पदार्थ की तीनों अवस्थाओं को इतने सरल तरीके से सीखा देगी।
Ice is a solid form of water... I would love and appreciate others point of view on ice..... it will add to our knowledge and perspective..
ReplyDeleteबर्फ रंगहीन, स्वादहीन , एक ठोस आकार का होता है। बर्फ जल का ही एक रूप है जो जीरो डिग्री से कम तापमान में रहने पर एक ठोस रूप ले लेता है और उसे पुनः यदि अधिक तापमान में रखा जाए तो फिर जल बन जाता है।
ReplyDeleteबर्फ का काम केवल ठंडक पहुंचाना नहीं है बल्कि इसके कई और फायदे भी हैं। बर्फ से त्वचा भी खिल उठेगी यदि उसे ठीक से इस्तेमाल किया जाए। बर्फ रोमछिद्रों को छोटा कर देती है जिससे त्वचा में गंदगी कम जमा होती है। बर्फ के कारण पसीना भी कम आता है
ReplyDeleteBarf antarman ka aisha vichar hai jo bachho ki shikshan yogyata ki taraf dhyan kendrit karta hai
ReplyDeleteमेरी कल्पना में बर्फ़ के पहाड़ नजर आए । बर्फ जैसी ठंडी जगह जैसे शिमला,कश्मीर आदि। सबकी कल्पना अलग होती हैं।
ReplyDeleteबर्फ देखकर मुझे सबसे पहले पानी की कल्पना होती है क्योंकि यह पानी का ही ठोस स्वरूप है। इसकी कल्पना करते ही मुझे ठंडक का अहसास होता है और इसकी हमारे जीवन में कई उपयोगिताएं है।
ReplyDeleteRUCHI PREMI (A.T.)
P.S.- DHUSWA TAPPA
BLOCK - MANKAPUR
DISTRICT - GONDA
Jab bhi barf ki bat hoti hai to mujhe barish ke samay girne wale OLO ki yad aati hai...
ReplyDeleteAfter seeing ice, a thought came in my mind -it is in solid state and after melting, it will be liquid state so I would love and appreciate other point of view on ice,it will add to our knowledge
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना ....यानि ठंड का अहसास....बर्फ से ढँके पहाड़ों को देख कर मन खुश हो जाता है।
ReplyDeleteIce is solid form of water.
ReplyDeleteबर्फ को देखकर सबसे पहले उसके ठंडे होने की अनुभूति होती है उसके बाद हम यह देखते हैं कि बर्फ पिघलकर पानी बन जाती है उसके बाद पानी को गर्म करने पर भाप बन जाती है । इसका मतलब यह पदार्थ की तीनों अवस्थाओं का बोध कराती है । बच्चे बर्फ को आइस क्रीम व ओलावृष्टि को अनुभव करके समझ सकते हैं । हम उनके दृष्टिकोण को भी महत्ता देनी चाहिए ।
ReplyDeleteJab bhi barf ki bat hoti hai to mujhe barish ke samay girne wale OLO ki yad aati hai...
ReplyDeleteबर्फ को देखकर सबसे पहले उसके ठंडे होने की अनुभूति होती है उसके बाद हम यह देखते हैं कि बर्फ पिघलकर पानी बन जाती है उसके बाद पानी को गर्म करने पर भाप बन जाती है । इसका मतलब यह पदार्थ की तीनों अवस्थाओं का बोध कराती है । बच्चे बर्फ को आइस क्रीम व ओलावृष्टि को अनुभव करके समझ सकते हैं । हम उनके दृष्टिकोण को भी महत्ता देनी चाहिए ।
ReplyDeleteचर्च मैं वर्क की कल्पना करती हूं तो मुझे ख्याल आता है की वर्ष वर्क जल का ठोस रूप है वर्क खाना गर्मियों में बहुत अच्छा लगता है सर्दियों में बाल पहाड़ों पर पढ़ती हुई देखकर बहुत ही सुहाना लगता है
ReplyDeleteजब मै बर्फ के बारे मे सोचा व समझता हूँतब मुझे महसूस होता होगा यह बहुत ठंडा होता है।
ReplyDeleteबर्फ के विषय में सोचते हुए सबसे पहले महसूस होता है एक सफेद रंग का,भाप छोड़ता हुआ पिघलता सा ठंडा अहसास
ReplyDeleteIce is a brittle transparent solid form of water.
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे मे सोचता हूं तब मुझे महसूस होता है कि यह बहुत ठंडा होता है।
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे में सोचती हूं तू मुझे ठंड का एहसास होता है ।
ReplyDeleteजब भी मैं बर्फ के बारे में सोचती हूं तो मेरा बर्फ खाने का मन करता है मंडी बर्फ मुझे बहुत अच्छी लगती है पहाड़ों पर जाना अच्छा लगता है पहाड़ों पर जाना अच्छा लगता है ताकि मैं वहां से ऊपर देख सकूं मुझे बर्फ पर स्केटिंग करना अच्छा लगता है मैं कभी-कभी यह सोचती हूं कि यदि भविष्य में कभी पानी की कमी हो जाए तो तो इस देश का क्या होगा सोच कर बहुत डर लगता है धन्यवाद
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे में सोचता हूँ तब मुझे महसूस होता है कि यह बहुत ठंडा होता है।
ReplyDeleteमुझे रोमांच का अनुभव होता है जब कोई बर्फ के बारे में अपने विचार और अनुभव साझा करता है।
किसी व्यक्ति का बर्फ के बारे में विचार, मेरे विचार से भिन्न होने का कारण उसकी बर्फ के बारे में जानकारी और उसका अनुभव हो सकता है।
विचारों में ये भिन्नता केवल बर्फ के विषय में ही नहीं अपितु किसी भी अन्य वस्तु, जगह, विषय या व्यक्ति को लेकर हो सकती है।
विचारों में ये भिन्नता किसी भी चीज़ को लेकर हमारे विद्यालय के बच्चों में भी होती है। और हमें हर बच्चे के विचार को सम्मान और अहमियत देनी है।
मैं समझता हूँ इस गतिविधि का यही उद्देश्य है।
धन्यवाद!
बर्फ, एकांत हिमालय और उसके तुंग शिखरों पर दूर तक फैली सफेद चादर और उसपर स्वयं को लेटे हुए महसूस करना और स्व से संवाद करना।
ReplyDeleteIce is solid fom
ReplyDeleteबर्फ की कल्पना मेरे दिमाग में सर्वप्रथम उसके रंग व ठंडी प्रवृति का एहसास दिलाती है। मेरे हिसाब से बर्फ को प्राकृतिक या कृत्रिम संरचना के अलग-अलग रुपों में देखा जाना चाहिए । प्राय: सभी टिप्पणियां यहां एक दूसरे से भिन्न है। इसका प्रमुख कारण सभी लोगों के अलग-अलग दृष्टिकोण व उनके संबंधित अनुभवों हो सकते हैं। I respect views of all others and don't argue with them about differences in opinions.
ReplyDeleteबर्फ यानी एक अच्छा एहसास जो की हमें हमारे बचपन की याद दिलाती है।
ReplyDeleteबर्फ का नाम सुनते ही सभी के मुंह में पानी आ जाता है, खासकर बर्फ का गोला खाना । मन करता है जाओ और जाकर गोला खाओ पहले बाकी काम बाद में।
Ice is cold
ReplyDeleteबर्फ से हमारे मन मे पहला ख्याल यह आता कि पानी का एक दूसरा रूप, एक ठोस पदार्थ जो ठडं का अहसास देती है
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे में सोचती हूं तू मुझे ठंड का एहसास होता है ।
ReplyDeleteतरल पानी जीरो डिग्री सेल्सियस पर बर्फ में बदल जाता है जो ठोस रूप में होता है बड़ा पीस ठंडा ठंडा कूल कूल
ReplyDeleteसबसे पहले बच्चे अपने अनुभव के आधार पर सोचेंगे हर जगह बर्फ बेचने वाले आते हैं जो रंग बिरंगे होते हैं उन्हें बच्चे बड़े चाव से खाते हैं।इसी को संदर्भित करते हुए हमें बच्चों को बताना चाहिए कि ये बर्फ जो तुम लोग बचपन मे खाये हो कहाँ से प्राप्त होते हैं।तभी बच्चो को इस के बारे में जानने की अधिक उत्सुकता होगी और बच्चे आसानी से समझ जाएंगे।
ReplyDeleteबर्फ पानी का ठोस रुप होता हैं। बर्फ बोलने से ही ठंडा का अहसास होता है ।
ReplyDeleteऔर अंतर्मन में बर्फ का चिंतन करते हीं उस क्षेत्र के बच्चों के बीच शिक्षण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित होता है।
Ice looks white in color and white color is sign of peace....
ReplyDeleteबर्फ पानी का ठोस रूप है । बर्फ दो तत्वों से मिलने से बना है । इसमें दो परमाणु हाइड्रोजन के और एक परमाणु आँक्सीजन के होता है। बर्फ को हम अपने घर के फ्रिज में ,बारिश के दिनों में ओलावृष्टि मेंं या जाड़े के दिनों मेंं पहाड़ों पर हिमपात के रूप मे देख सकते हैं।
ReplyDeleteWhen I imagine about ice I can feel ice cubes around me they are extremely cold and the thus they make me feel cold.
ReplyDeleteThis imaginary power improve my teaching skill
Barph pani ka dusara Rup hai
Deleteजब में बर्फ के बारे में सोचती हूँ तब मुझे ठंडक का एहसास होता है
ReplyDeleteWe all have our own individual thought process which is influenced by our upbringing ; our experiences in the past both at the physical or metaphysical level ; our socio - economic condition ; our physical and mental health etc...etc....but we must be sensitive to other's viewpoints as well and must respect their thoughts...
ReplyDeleteAfter all we must learn to enjoy the different viewpoints....the diversity....the very essence of human existence
बर्फ जल का ठोस रुप है और बर्फ प्रकृति की सुन्दरता बढाने मे भी अहम भूमिका निभाता हैं
ReplyDeleteबर्फ का अहसास होते ही आइसक्रीम खाने का मन करता है तथा पहाड़ों पर घूमने का मन करता है
ReplyDeleteबर्फ के बारे मे ख्याल आते ही आइसक्रीम खाने का मन करने लगता है
ReplyDeleteWhite and cool
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे में सोचती हूँ तो मुझे महसूस होता है कि यह बहुत ठंडा होता है| बर्फ पानी का ही ठोस रूप है|यह सफेद रंग का होता है|
ReplyDeleteIce is cool & white.
ReplyDeleteबर्फ़ की कल्पना करते ही मुझे जूस के दुकानों पर रखे बर्फ़ की आयताकार सिल्ली की याद आ गई। जूस के साथ उस बर्फ़ को मिलाकर पीने से गर्मी से राहत मिलती है।
ReplyDeleteदूसरे का विचार मेरे विचार से अलग हो सकता है। इस अंतर का कारण दूसरे व्यक्ति के पूर्व अनुभव, सामाजिक - सांस्कृतिक पृष्टभूमि हो सकता है।
बर्फ के बारे मे सोचते ही ठंडक का अहसास होता हैऔर फिर बर्फ की ठोस आकृति दिमाग में आती है।आइसक्रीम कुल्फी खाने का मन करता है।
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे मे सोचता हूँ तब मै महसूस करता हूं कि जल का ठोस रूप जो सफेद और ठंडा है।
ReplyDeleteजब मैं बर्फ के बारे में कल्पना करती हूं तो मुझे ख्याल आता है बर्फ़ जल का ठोस रूप है। गर्मी में बर्फ़ खाना अच्छा लगता है और हम रेफ्रीजरेटर में बर्फ़ जाते है। पहाड़ों पर तो सर्दी में बर्फ़ पड़ा करती है।
ReplyDeleteWhen I imagine ice,it is a solid form of water. When water freezes at zero degrees Celsius it becomes ice. Colour of the ice is white.
ReplyDeleteबर्फ जल का एक ठोस रूप है जो गर्म होने पर जल में परिवर्तित हो जाता है । बचपन में हम मिठा बर्फ खरीद कर खाते थे जिसमें मिठापन के साथ ठंडक होता था जो खाने में बहुत मजा आता था ।गर्मी के मौसम में जब तापमान काफी ज्यादा होता है तब बर्फ को पानी में डालकर पीने से ताजगी का अहसास होता है ।सर्दी के मौसम में बर्फ का फुहार देखने में अच्छा लगता है ।किसी व्यक्ति को चोट लगने पर चिकित्सक के द्वारा बर्फ से सेकाई करने के लिए कहा जाता है ।
ReplyDeleteWhen I imagine ice,it is a solid form of water. When water freezes at zero degrees Celsius it becomes ice. Colour of ice is white.
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